चिराग तले अंधेरा, भारी भ्रष्टाचार पर आंखें मूदे जिम्मेदार दे रहे मूक सहमति
दरियाबाद, बाराबंकी। जनपद के ब्लॉक दरियाबाद में ग्राम उफरौली में बच्चों से कराया जा रहा है मनरेगा में कार्य मेट मयाराम भी नाबालिको से कार्य करा उन्हें मजदूरी भी कम दे रहे हैं।
बतातें चले कि मनरेगा योजना सचिव व प्रधान के लिए भ्रष्टाचार का साधन बनक रह गय है। जिसमें नाम तो दूसरों का होता है लेकिन उनकी जगह कम पैसे मे कार्य पर बच्चों को लगा दिया जाता है। जिसमें मुनाफै की बंदरबांट उपर तक पहुंचती है वहीं देश के नौनिहालों का भविष्य ननने के पूर्व ही अंधकारमय शिक्षा के अभाव में हो जाता है। लेकिन इससे भ्रष्टाचारी तंत्र को कोई फर्क पड़ता नहीं दिखता।
कुछ इसी तरह का नजारा खण्ड विकास दरियाबाद के ग्राम पंचायत उगरौली दिखाई दिया। जहां मनरेगा अंतर्गत इंटरलॉकिंग का कार्य चल रहा है। इस पंचायत के ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत सचिवद्वारा कार्य करा रहे हैं जिसमे नाबालिक बच्चों से कार्य कराया जा रहा। इस ग्राम पंचायत में लोगों का कहना है कि राजेश कुमार ग्राम पंचायत सचिव तैनात हैं परन्तु वो न ही ब्लॉक में आते हैं न ही कभी गांव में दिखाई देते हैं ।
जब इस बात की की जानकारी ग्राम प्रधान से ली गई तो वे हीलाहवाली करने लगे परन्तु नाबालिकों से काम कराने के जिम्मेदार ग्राम पंचायत प्रधान तो हैं ही लेकिन कहीं न कहीं अभिभावक भी जिम्मेदार हैं इन्टर लॉकिंग कार्य में में हेर फेर किया जा रहा है घटिया किस्म के पीले ईंटों का भी प्रयोग किया जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी भी मौन साधे हुए हैं।