झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रवर्तन निदेशालय (Directorate of Enforcement) के लिए रवाना होने के बाद प्रदेश के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने गुरुवार को विस्फोटक बयान दिया. कहा कि अगर एक एटम बम गिर गया, तो झारखंड का अस्तित्व मिट जायेगा. झारखंड क्या पूरा देश खत्म हो सकता है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार की आगे की क्या रणनीति है, उस पर सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं बोलेंगे
तानाशाही कार्रवाई के आगे घुटने नहीं टेकेंगे
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता और हेमंत सोरेन कैबिनेट में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि सरकार कैसे बनती है, ये सबको पता है. संख्या बल के आधार पर सरकार बनती है. 52 विधायकों का समर्थन हमें हासिल है. झारखंड में सरकार गिराने की हर साजिश को हम नाकाम करेंगे. मध्यप्रदेश और पूर्वोत्तर के राज्य में उन्होंने जो कुछ भी किया, वो यहां नहीं होने वाला. यहां के आदिवासी-मूलवासी ऐसी किसी भी तानाशाही कार्रवाई के सामने घुटने नहीं टेकेंगे.
देश का अस्तित्व मिटा सकता है एक एटम बम: मिथिलेश ठाकुर
उन्होंने कहा कि एटम बम फूटने से झारखंड का अस्तित्व समाप्त हो सकता है. पूरे देश का अस्तित्व एक एटम बम मिटा सकता है. राज्यपाल इस तरह का बयान देते हैं और उसके ठीक बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी का समन आ जाता है. इसके बाद सत्ताधारी दल के विधायकों पर दबाव बनाने के लिए आईटी की रेड हो जाती है. यह साबित करता है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां हों, राज्यपाल हों, चुनाव आयोग हो या कोई और, सभी केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं.