बाराबंकी। टी.आर.सी. लॉ कॉलेज में दिनांक 6 एवं 7 दिसम्बर को दो दिवसीय अनुस्थापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रभात सिन्हा, मुख्य अतिथि एवं आनन्द दूबे, शरद राज सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ माननीय अतिथियों द्वारा माता सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन द्वारा हुआ।
कालेज के प्राचार्य डा. अश्वनी कुमार गुप्ता ने उपस्थित अतिथियों एवं नवांगतुक विद्यार्थियों का स्वागत किया तथा नवांगतुक छात्र छात्राओं को कालेज का परिचय कराया और कालेज में होने वाले शैक्षणिक क्रियाकलाप के अतिरिक्त छात्र छात्राओं की उन्नति हेतु सम्बन्धित कॉलेज में होने वाले कार्यक्रमों से अवगत कराया, जो विद्यार्थियों के विकास में महत्वपूर्ण हैं। मुख्य अतिथि श्री सिन्हा ने अपने सम्बोधन में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि चाहे किसी की बात मत मानों लेकिन अपने माता पिता की बात जरूर मानो। उन्होंने कहा कि यदि जिन्दगी में कुछ करना है तो सोच बड़ी रखो। सफलता के लिए जुनुन और प्रोएक्टिव होना जरूरी है। आगे उन्होंने कहा-सौभाग्य उन्हीं को मिलता है जो अपना भाग्य स्वयं लिखता है। जिन्दगी में कुछ कर जाओ ऐसा कि दुनिया में कोई न कर पाए तुम्हारे जैसा। जीवन में सफल होने के लिए नये भावी अधिवक्ताओं को उन्होंने पाँच मंत्र दिया उन्हंे जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। विशिष्ट अतिथि अभिनेता एवं मार्गदर्शक शरद राज सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि सफलता के लिए सपना देखना जरूरी है, संघर्ष ही जीवन का मूल मंत्र है। व्यक्ति को अपनी कमजोरी ढूंढनी चाहिए और उस कमजोरी को दूर करके ही सफलता हासिल की जा सकती है। अगर आगे बढ़ना है तो व्यक्ति को अपना कम्फर्ट जोन छोड़ना होगा अगले व्यक्ति के कम्फर्ट जोन से सीख लेनी होती है।
कॉलेज के पूर्व छात्र एल्यूमनाई क्लब के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने कहा कि पॉजिटिव सोच से ही सफलता मिलती है। पूर्व छात्र श्री जितेन्द्र सिंह ने नवांगतुक छात्र छात्राओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी एवं कॉलेज आने के फायदे बताये और कहा कि, विधि का सुचारू रूप से अध्ययन करके ही आप किसी व्यक्ति को न्याय दिला सकते हैं। कॉलेज के प्रबन्धक डा. सुजीत चतुर्वेदी ने छात्र छात्राओं को नियमित क्लास करने की प्रेरणा दी और कहा कि अपनी ऊर्जा को लक्ष्य बनाकर और घोर परिश्रम से सफलता हासिल की जा सकती है। प्रबन्धक महोदय ने यह भी बताया कि विधि के विद्यार्थियों के लिए कॉलेज में प्लेसमेंट की सुविधा उपलब्ध है, अपना कोर्स पूरा करने के पश्चात् इच्छुक छात्र छात्राएं मनचाही जगह पर अपना प्लेसमेंट कॉलेज से ही करवा सकते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद् ज्ञापित किया तथा प्रबन्धक द्वारा मुख्य अतिथि और विशिष्टि अतिथि को मोमेंटो भेंट किया गया। कार्यक्रम मेें कॉलेज के समस्त शिक्षकगण, छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता वीर विक्रम सिंह व छात्रा जान्हवी यादव ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य डा. अश्वनी कुमार गुप्ता द्वारा किया गया। सर्वप्रथम नवांगतुक छात्र छात्राओं से उनके प्रश्न पत्र से सम्बन्धित अध्यापन कार्य कर रहे सहायक आचार्याे से परिचय कराया गया। सभी विषय सहायक आचार्यों ने अपने अपने प्रश्न पत्र की रूप रेखा नवांगतुक छात्र छात्राओं के सम्मुख प्रस्तुत की। प्रॉक्टर डा. वीर विक्रम सिंह द्वारा अनुशासन के सम्बन्ध में कॉलेज के नियमों से नवांगतुक छात्र/छात्राओं का जानकारी दी। शैक्षणिक समन्वयक डा. नवीन सिंह द्वारा वार्षिक शैक्षणिक कैलेण्डर का विवरण नवांगतुक छात्र छात्राओं के सम्मुख रखा गया। क्रीड़ा प्रमुख डा. अंकित मिश्रा द्वारा वार्षिक खेल की रूप रेखा प्रस्तुत की गयी। सांस्कृतिक कार्यक्रम समन्वयक डा. दीपमाला श्रीवास्तव द्वारा शैक्षणिक कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गयी। उपस्थित नवांगतुक छात्र छात्राओं को कॉलेज के शैक्षणिक क्रियाकलाप के अतिरिक्त सांस्कृतिक क्रियाकलाप में प्रतिभाग करने को प्रेरित किया गया। भोजनावकाश के उपरान्त पुस्तकालय से सम्बन्धित नियमों की जानकारी पुस्तकालय प्रभारी द्वारा नवांगतुक छात्र छात्राओं को दी गयी। शैक्षणिक प्रमुख डा. नवीन सिंह ने उपस्थित सभी नवांगतुक छात्र छात्राओं के उज्जवल विद्यार्थी जीवन की कामना करते हुए धन्यवाद् ज्ञापित किया।