बाराबंकी। बाल श्रम टास्क फोर्स एवं बाल श्रम उन्मूलन जिला समिति की बैठक जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। इस दौरान बाल श्रम सर्वेक्षण की स्थिति, बाल श्रम उन्मूलन एवं अन्य संचालित योजनाओं की स्थिति, अटल आवासीय विद्यालय, बाल श्रम विद्या योजना, नया सवेरा योजना, राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना (एनसीएलपी) सहित अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की।
इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि नया सवेरा सर्वेक्षण द्वारा ऐसे कामकाजी पात्र बालक एवं किशोर श्रमिक का चिन्हित किया गया है। ऐसे बच्चे जिनकी आयु 8 से 18 वर्ष के मध्य है। जिनके माता-पिता न हो, माता या पिता विशेष दक्षता वाले हो या पिता किसी असाध्य बीमारी से ग्रसित हो की जांच विभागीय स्तर पर कर पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया है। इसमें बाराबंकी से 80 पात्रों को योजना का लाभ दिया गया है। अटल आवासीय विद्यालय योजना के अन्तर्गत बीओसीडब्लू बोर्ड के अन्तर्गत पंजीकरण निर्माण श्रमिक को एवं कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों को निःशुल्क आवासीय शिक्षा दिया जा रहा है। इसके तहत शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अन्य विभागों के सहयोग से जोड़े गये परिवारों की संख्या 112 हॉट स्पाट क्षेत्र में बाल श्रमिकों के अतिरिक्त परिवारों के सदस्यों को बीओसीडब्लू में 896 पंजीकरण कराया जा चुका है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि खतरनाक प्रक्रियाओं में चिन्हित बाल एवं किशोर श्रमिकों के आयु व स्वास्थ्य परीक्षण 24 घंटे के भीतर कर लिया जाये। बाल श्रम चिन्हांकन के उपरान्त जिन बच्चों के प्रवेश हेतु सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करायी जाती है। उस सूची में बच्चों को विद्यालय में प्रवेश के उपरान्त संबंधित बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रवेशित कराये गये बच्चों का विद्यालय व कक्षा की जानकारी श्रम विभाग को अवश्य उपलब्ध करा दे। इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि तहसील स्तर पर गठित टीमों को सक्रिय कर अभियान चलाकर समय-समय पर बाल श्रम के अंतर्गत रेस्क्यू ऑपरेशन भी किया जाये, जिससे बाल श्रम को रोका जा सके। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह, सीएमओ डा अवधेश यादव, सहायक श्रम आयुक्त मयंक सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ0 पल्लवी सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी एसके सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।