बल्दीराय सुल्तानपुर भ्रष्टाचार से हलकान उत्तर प्रदेश, पार पाना नहीं आसान प्रधान और विकास विभाग के गठजोड़ ने केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजना स्वच्छ भारत मिशन को भी भ्रष्टाचार में जकड़ लिया है.
मामला विकास खण्ड बल्दीराय के इसौली ग्राम पंचायत का है सरकारी काम में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो गई है कि लाख शिकायतें करने के बावजूद भी विभाग व ग्राम प्रधान सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं सरकार के कामकाज की जमीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायत इसौली को माडर्न ग्राम सभा घोषित कर रखा है जिसके अंतर्गत करोड़ो रूपये विकास के लिए निर्धारित किया गया उसी कार्य में एक आरआरसी सेन्टर (कूड़ा करकट एकत्रीकरण) जिसकी लागत लगभग दस लाख उन्यासी हजार से बनने वाला सेंटर मे पुरानी ईंटों एंव गोमती की बालू से निर्माण कार्य कराया जा रहा है लोगों का कहना है यह ईंटें 120 साल पुरानी है। जो प्राथमिक विद्यालय जो अंग्रेजी समय का था उसको ध्वस्तीकरण करण किया गया था उसी में प्रयोग होने वाली ईंटों का प्रयोग आरआर सेंटर के निर्माण कार्य में किया जा रहा है
समाजसेवी हाजी सम्सुज्जमा नें जिलाधिकारी से शिकायत कर मामले को गंभीरता से लेने की अपील की है विकास खण्ड अधिकारी ने आनन फानन में दीवाल को सीधा प्लास्टर करा दिया गया जिससे पुरानी ईंटे बाहर से ना दिखाई दें।
हालांकि बीते दिनों नसीर अहमद नामक व्यक्ति ने भी सार्वजनिक शौचालय का गड्ढा तक तैयार नहीं होने एंव निर्माण पूरा नहीं होने पर भी केयर टेकर को भुगतान किया जा रहा था इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने के बाद आनन फानन में निर्माणा कार्य को पूरा करा दिया गया है।विकास विभाग मे भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो गई है लाख शिकायतें करने एंव विभाग का ध्यान आकर्षित कराना बेइमानी सावित हो रहा है। जिससे योगी सरकार की योजनाओं को चूना लगाने वाले इंजीनियर सचिव विकास अधिकारी सहित पूरा अमला भ्रष्टाचार की जद में है