त्रिलोकपुर, बाराबंकी। पांच दिन पूर्व विभागीय कर्मचारियों द्वारा लाखों कीमती सरकारी लकड़ी को चोरी से बेचने के मामले में वन विभाग एक्शन में नजर आ रहा है। भयारा रोड पर लाट संख्या 13 की विधिवत जांच की गई। पैमाइश के बाद बड़ा खेल को पकड़ में आया। इसके बाद दो कर्मचारियों को सस्पेंड करके दो के खिलाफ एमडी को रिपोर्ट भेज दी गई है।
दो सस्पेंड कई के खिलाफ रिपोर्ट
पांच दिन पूर्व जिलाधिकारी के आदेश पर एसडीएम डीएफओ राजस्व टीम के सयुंक्त छापे के दौरान वन विभाग और वन निगम के अधिकारियों द्वारा भयारा रोड पर लाट संख्या 13 दो सौ पेड़ में 46 पेड़ो की कड़ी 18 सौ कुंतल से ज्यादा लकड़ी चोरी करके रसौली निवासी हारिश नाम वन माफिया की आरा मशीन पर बेच दी गयी थी। जिसे जिलाधिकारी ने 24 दिसम्बर को पकड़वा लिया था। इस के बाद वन विभाग एक्शन में आया है। इस घटना में वन निगम के एक अधिकारी की करतूत उजागर होई है। वन विभाग के एसडीओ एनके सिंह के मुताबिक भयारा रोड पर कटान स्थल की जांच की गयी। 2 सौ पेड़ो की बड़ी लाट में चार पेड़ की गोलाई नापी गयी चारों में छपान लिस्ट से विपरित पाई गई। सारा खेल इसी पैमाइश से शुरू हो जाता है। एसडीओ के मुताबिक इस घटना में वन निगम के लोगो ने अगर लकड़ी बेची है तो वह विभाग के लोगो की संलिप्तता भी सामने आ रही है। कहा कोई बख्शा नही जाएगा । बताया राम अचल इकाई अधिकारी बाराबंकी और मकसूद स्केलर कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया कि यूनिट अधिकारी देवेंद्र को सस्पेंड करने की रिपोर्ट ऊपर के अधिकारियों को भेज दी गयी है। यही नही इस प्रकरण में जांच के दौरान यरक के बाद एक कर्मचारी की पोल खुल रही है। और कार्यवाही होती जाएगी।
विभाग की सख्त जांच से मचा हड़कंप:
लाखों का माल पकड़ने के बाद वन विभाग फटाफट फैसले ले रहा है न कोई सिफारिस काम आ रही न जुगाड़ सीधा कार्यवाही वाला फार्मूला अमल में लाया जा रहा है। इससे पूरे विभाग में हड़कंप मचा है। घटना का खुलाशा होने के बाद नियामतपुर जंगल मे चल रहे कार्य की भी जांच की गई यंहा भी कमी मिलने पर स्टाप कर दिया गय
Author: cnindia
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