सुलतानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व में ही अधिकारियों को हिदायत दी है कि जमीन के विवादों का संतुष्टिपरक त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए। किसी भी गरीब या सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने भू माफियापर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिये है।भूमाफिया पर ऐसी कार्रवाई करें जो दूसरों के लिए नजीर बने,एक समय पर भूमाफियाओं का गढ़ रहा उत्तर प्रदेश, मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में नई मिसाल पेश कर रहा है। सरकार की ये छवि है पारदर्शी, शासन की जहां किसी तरह के अपराध के लिए कोई जगह नहीं है। खुद योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही इस बात संदेश साफ तौर पर गुंडे, बदमाशों और भूमाफियाओं को दे दिया था। इसका परिणाम ये रहा है कि अपराधी किस्म के लोग भूमिगत हो गए या तो प्रदेश से पलायन कर गए। अब योगी आदित्यनाथ ने बीती सरकारों में किए गए कुकर्मों पर डंडा चलाने का काम कर रही है।
ताज़ा मामला है दूबेपुर ब्लाक मुख्यालय का,जहां पर एक उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थित है उक्त विद्यालय को जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने गोद लिया है,इस विद्यालय का समय समय पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा दौरा भी किया जाता है डीएम साहब खुद बड़ी बारीकी से विद्यालय के रख रखाव बच्चों के पठन पाठन आदि व्यवस्था में बदलाव और सुधार भी समय समय पर करते रहते हैं। लेकिन शायद डीएम साहब को इस बात की भनक आज तक नहीं लगी कि जिस उच्च प्राथमिक विद्यालय दूबेपुर को गोद लिया गया है उस विद्यालय की जमीन तो ग्राम पंचायत के नाम पर दर्ज है,जो 193 एयर है, इसी गोद लिए गए विद्यालय की जमीन के बगल में खेल मैदान भी दर्ज है।
फिलहाल भूमाफियाओं की नजर टेंडी है इस सरकारी जमीन को लेकर मजे की बात तो ये है कि आधे से ज्यादा सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा कर इमारत भी खडी कर ली है,अब देखना है कि राजस्व विभाग कब कुंभकर्णी नींद से उठता है और क्या कार्यवाही होगी?
क्या कहते हैं प्रधानाचार्या
इस संबंध में जब उच्च प्राथमिक विद्यालय दूबेपुर के प्रधानाचार्य शिव बहादुर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस गंभीर मुद्दे को हमने पूर्व प्रधान अरविंद वर्मा के कार्यकाल में उठाया था आवेदन पत्र भी तैयार हो गया था लेकिन कुछ व्यक्तिगत परिस्थिति के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया, श्री सिंह ने कहा कि भू माफिया कब्जा कर इमारत भी तैयार कर रहे हैं कारण ये है कि जब से मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई तब से भूमाफिया इस जमीन पर नजर डालें बैठे हैं, मौजूदा प्रधान से भी आग्रह किया है, देखिए राजस्व विभाग कब एक्शन लेता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस मामले में जब स्थानीय लेखपाल मनोज पाठक से बात की गई तो उनका जवाब हमेशा की तरह गोल मटोल रहा, सूत्र की मानें तो पूरे खेल में स्थानीय लेखपाल ने भरपूर सहयोग किया है।
गठित की है एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स
बता दें कि योगी
आदित्यनाथ सरकार ने कैबिनेट बैठक में एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स गठित करने का फैसला किया था। यह फोर्स भू-माफियाओं पर नकेल कसने के लिए काम करती है और जमीनों से अवैध कब्जे हटवाती है। जमीनों से अवैध कब्जे हटाने के लिए कई स्तर पर टास्क फोर्स भी गठित की जागई हैं। उत्तर प्रदेश के भीतर राज्य, मंडल, जिला और तहसील स्तर पर एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स तैनात हैं।