बाराबंकी। जनपद वासियों को फाइलेरिया से निजात दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने निर्धारित समय सीमा को बढ़ा दिया है। इसी क्रम में एक मार्च से चल रहे मॉपअप राउंड के तहत अब तक 25 हजार से अधिक व्यक्तियों को फाइलेरिया बचाव की दवा खिलाई गई। जिले में करीब 22 प्रतिशत लाभार्थी आच्छादन छूटे है। इन व्यक्तियों को एल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी।
जिला मलेरिया अधिकारी अविनाश चंद्र बताया ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में खासकर अपार्टमेंट्स और मलिन बस्ती में रहने वाले लोगों को मापअप राउंड के तहत 25538 से ज्यादा लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन कराये गया। इस अभियान में 38 लाख 29 हजार 892 आबादी को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित था।
वहीं अभियान को शत प्रतिशत सफलता दिलाने के लिए 3064 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर घर-घर जाकर दवा खिला जा रही हैं। वहीं जिला मलेरिया अधिकारी ने स्पष्ट किया कि दवा स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सामने ही खानी है और दवा खाली पेट नहीं खानी है। उन्होने बताया कि अभियान के दौरान लगभग 86 प्रतिशत लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिला दी गई है। अब जो लोग बच गए हैं उन्हें मॉपअप राउंड में दवा का का सेवन कराया जाएगा।
एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने अपील करते हुए कहा कि छूटे हुए व्यक्ति अपने क्षेत्र की आशा या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से भी जाकर दवा का सेवन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि मॉपअप राउंड में भी आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका और वॉलेंटियर क्षेत्र में जाकर लोगों को गोली खिलाने का काम करेंगे। उन्होंने बताया कि दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को छोड़कर सभी को दवा खिलाई जाएगी। साथ ही इस दौरान भी किसी को खाली पेट दवा नहीं खिलाई जाएगी।