निजीकरण और सेवा शर्तों में कटौती के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों का कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा। इसका असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा है। कार्य बहिष्कार के दूसरे नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति तीन घंटे तक बाधित रही। प्रबंध निदेशक कार्यालय के बाहर विरोध सभा में कर्मियों ने प्रबंधन से वार्ता विफल रहने के बाद हड़ताल पर जाने का फैसला किया।संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अंकुर पांडेय ने बताया कि प्रबंधन से वार्ता विफल रहने के बाद बनारस के भी बिजली कर्मी गुरुवार रात 10 बजे के बाद 72 घंटे की हड़ताल पर चले जाएंगे। शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान किसी भी बिजली कर्मी को गिरफ्तार किया गया तो हड़ताल के साथ जेल भरो आंदोलन करेंगे।नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्टि्रसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर प्रदेश के बिजली कर्मी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सभा को नीरज पांडेय, राजेंद्र सिंह, सुनील कुमार, अमित त्रिपाठी, संजय भारती आदि ने संबोधित किया।