बाराबंकी। जनपद ही नहीं पूरे सूबे में जिसकी लाठी उसकी भैंस की कहावत चरितार्थ करती चल रही कानून व्यवस्था में तमाम लोगों के अधिकारों पर वसूली भाई खाकी वर्दी धारियों ने ग्रहण लगाया तो उनकी हाय शायद अब लगनी शुरू हो गई है। कहते हैं कि इश्क व मुश्क छुपाए नहंी छुपता यही कुछ हाल एक बार फिर उस समय सामने आया जब उपरी कमाई को लेकर चैकी इंचार्ज व वसूली भाई सिपाही मे हुए मोबाइल पर विवाद का आडियो वायरल हो गया। जिसपर जब विभाग मे ंहडकम्प मचा तो मामले को दबाने का प्रयास वाला हाल ही सामने आया जिसमें बजाए कानूनी कार्रवाई करने के आरोपियों को फिलहाल निलंबित कर विभाग मामले को ठण्डे बस्ते में डालते नजर आ रहा है।
बताते चलें कि वायरल हुए आडियों मंें कबाड़ गोदाम वालों से अवैध वसूली किए जाने को लेकर एक चैकी इंचार्ज और सिपाही के बीच हुई बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसने खाकी की छवि ही बिगाड़ कर रख दी आडियों में चैकी इंचार्ज सिपाही को फोन करके कबाड़ के गोदामों से हुई वसूली में आधा हिस्सा मांग रहा था। जिसपर दूसरी तरफ से सिपाही उसमें से हिस्सा न देने की बात कहते हुए चैकी इंचार्ज की मिट्टी खनन, अंग्रेजी व देसी शराब के ठेकों से वसूली सहित अन्य जगह से वसूली जाने वाली रिश्वत का हवाला देकर महकमे की जैसे पोल ही खोलकर रख दी कि जैसे इन वसूली के लिए इन जिम्मेदारों को संवैधानिक अधिकार प्राप्त हो।
इसी तरह का एक आडियो पूर्व में भी वायरल हुआ था जिसपर तत्कालीन एसपी वैभव कृष्ण ने सख्त कार्रवाई करते हुए जनपद भर में मिट्टी खनन पर पूर्ण विराम सा लगा दिया था जो उनके जाने के बाद ही पुनः चालू हो गया। वर्तमान एसपी ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए सिओ सिटी को मामले में सम्मिलित सभी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच करके सख्त कार्रवाई करने का आदेश देते हुए आरोपी चैकी इंचार्ज व सिपाही को निलंबित कर दिया।
एसपी बोले- आरोपी पुलिसकर्मियों पर करवाएंगे कार्रवाई’
बड़ेल चैकी इंचार्ज और सिपाही की इस बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस महकमे सवालों के घेरे में है। एएसपी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि एसपी दिनेश कुमार सिंह ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही सीओ सिटी को विभागीय जांच करके दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। बता दें कि जिले की यह चैकी अवैध वसूली को लेकर शुरू से ही बदनाम रही है। यहां पहले भी इस तरह की वसूली के कई मामले सामने आ चुके हैं।