अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, आईआईआईटी हैदराबाद और एमएनआईटी जयपुर ने भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सी2एस योजना के तहत ‘हेल्थकेयर और सुरक्षा अनुप्रयोगों में एमएमवेव रडार सेंसिंग के लिए सिलिकॉन सिद्ध आईपी कोर, ट्रांसीवर आईसी और सिस्टम प्रोटोटाइप का विकास’ शीर्षक वाली परियोजना के लिए संयुक्त रूप से 288 लाख रुपये की फंडिंग प्राप्त की है। प्रत्येक संस्थान के पास 96 लाख रुपये का हिस्सा होग जो कि उद्योग मानक सॉफ्टवेयर/हार्डवेयर टूल्स की उपलब्धता के अतिरिक्त है।इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. मोहम्मद वाजिद एएमयू के मुख्य अन्वेषक हैं और एएमयू के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. मोहम्मद हसन, प्रो. उमर फारूक और प्रो. नौशाद आलम सह-अन्वेषक हैं। इस प्रतिष्ठित परियोजना के कार्यान्वयन में वीएलएसआई, डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग (डीएसपी), एम्बेडेड सिस्टम, एंटीना डिजाइन आदि के डोमेन में विभिन्न अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया गया है।ऑटोमोटिव रडार प्रौद्योगिकी सहित स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षा अनुप्रयोगों में इन प्रगति का लाभ उठाया जाएगा। इस परियोजना में इन क्षेत्रों में क्रांति लाने और भारत में प्रौद्योगिकी के समग्र विकास में योगदान करने की जबरदस्त क्षमता है।