सूरतंगज, बाराबंकी। सरयू के कटान से निराश लोगों के जख्मों पर मलहम रखने पहुंची सीडीओ एकता सिंह ने चैपाल लगाकर ग्रामीणों की शिकायतें व दर्द सुनकर शीघ्र निस्तारण का आश्वासन ग्रामीणों को दिया।
बताते चलें कि सरयू (घाघरा) नदी में कटान एवं बाढ़ आने के बाद सैकड़ों लोग बेघर हो गए। सरकार ने ऐसे लोगों को भूमि दिए जाने के संग मुख्यमंत्री आवास भी दिए जाने की घोषणा की। तो सूरतंगज ब्लॉक के सुंदरनगर गांव के ग्रामीण को बेघर होने के बाद भूमि और आवास का लाभ मिलने की उम्मीद जागी परन्तु तहसील प्रशासन ने इन लोगों को बाढ़ के करीब भूमि न दे कर पांच किमी दूर स्थित अटारी गांव के भूमि आवंटित कर दी। तब सुंदरनगर गांव के रूपलाल, मनोज, रामकली व सुंदर, रामतेज,गुरुदीन,विक्रम आदि लोगों ने अटारी गांव की भूमि लेने को इंकारकर दिया। जबकि ये लोग बांधें के करीब पड़ी भूमि में पट्टा दिलाएं जाने की बात रखी। परन्तु प्रशासन भी झुकना नहीं चाह रहा था। इसलिए बाढ़ पीड़ित की मांग को खारिज कर दिया। तो बाढ़ पीड़ित भी स्वयं के फैसलें पर डटे रहे। जिसके चलते बुधवार दोपहरबाद इनको समझने के लिए मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह और रामनगर की उपजिलाधिकारी तान्या सिंह भी पुनः से बतनेरा गांव पहुंची है। परन्तु लाभार्थी बहकावे में नहीं आए और इनके बात को मानने से भी इन्कार कर दिया है। जबकि कुछ लोग आवास बनाने के लिए तैयार हो गए हैं जबकि बाढ़ पीड़ित बांधा के किनारे की भूमि दिए जाने की बात पर अटल रहे। उधर टीमों में पीडी मनीष कुमार के साथ तहसीलदार प्राची त्रिपाठी एवं बीडीओ सूरतंगज प्रीति वर्मा, जेई सचिन यादव आदि मौजूद रहे।