सुल्तानपुर में विद्युत विभाग तानाशाही पर उतर चुका है। हाल ये है विभाग के संविदाकर्मियों के स्थानांतरण पर उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है, उसी हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार करते हुए विभागीय अधिकारियों संविदाकर्मियों का ठेका लेने वाली कंपनी से स्थानांतरण करवा दिया। ऐसे में हाईकोर्ट से गोहार लगाने वाले लोग हैरान हैं और जल्द ही इसकी शिकायत करने के लिए न्यायालय का सहारा लेने की तैयारी में हैं। सूत्रों की माने तो शहर के शिकायत कक्ष डाकखना से पंकज माथुर,अरुण कुमार पाण्डेय,अभिषेक पाण्डेय,राजेश कुमार श्रीवास्तव,राकेश,दरियापुर उपकेंद्र से मो दानिस,रामकुमार, सैयद अर्सलालन मसूद उर्फ मो सैफ,मोहमद सिद्धिक,टी पी नगर उपकेंद्र से मो असलम,मिथेश कुमार दुबे उर्फ सोनू दुबे ,कपूर चंद्र मिश्रा,मुकेश कुमार यादव,मो असलम,रवि शंकर श्रीवास्तव,के एन आई उपकेंद्र से प्रदीप कुमार शर्मा,सिवेंद्र कुमार तिवारी,इंद्र प्रताप सिंह उर्फ चुनू सिंह,बिपिन कुमार वर्मा,अमर बहादुर यादव,पवन कुमार विश्वकर्मा,लोलेपुर उपकेंद्र से जुबैर अहमद, भरत राम,दीपक कुमार वर्मा,नदीम अहमद,वही भदैया उपकेंद्र से 4,फरीदीपुर उपकेंद्र से 5,डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल उपकेंद्र से 3 , दियारा उपकेंद्र से 8,बिरसिंहपुर उपकेंद्र से 7, भटमई उपकेंद्र से 6,जयसिंहपुर उपकेंद्र से 2,कूरेभार उपकेंद्र से 6 ,करौंदी कला उपकेंद्र से 5,कादीपुर तहसील उपकेंद्र से 3, कादीपुर 10एमवीए उपकेंद्र से 5, कादीपुर आईपी डी एस उपकेंद्र से 4, तवकल पर नगरा उपकेंद्र से 5, रतनपुर उपकेंद्र से 3,अलीपुर उपकेंद्र से 4, गंगा पर भूलिया उपकेंद्र से 4,दोस्तपुर उपकेंद्र से 4, दोस्तपुर आई पी डी एस उपकेंद्र से 3,अखंडनगर उपकेंद्र से 4,धनपतगंज उपकेंद्र से 4, शंकरगढ़ उपकेंद्र से4,बल्दीराय उपकेंद्र से 5, असरोगा उपकेंद्र से 8,राम नगर उपकेंद्र से 3,इसौली उपकेंद्र से 3,कुरवार उपकेंद्र से 9 ,सरकौड़ा उपकेंद्र से 6,हलियापुर उपकेंद्र से 4, धम्मौर उपकेंद्र से 4,चंदा उपकेंद्र से 4, किंदीपुर उपकेंद्र से 3, गारापुर उपकेंद्र से 4,कोइरीपुर उपकेन्द्र से 3,शिवगढ़ उपकेंद्र से 4, रामगंज उपकेंद्र से 4,लंभुआ उपकेंद्र से 3, लंभुआ तहसील उपकेंद्र से 4,वही पकड़ी उपकेंद्र से 4लोगो का स्थानांतरण।किया गया स्थांतरण के बाद निविदा कर्मचारियों में हड़कंप मच गया जब इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के जिला अध्यक्ष आनद कुमार अग्रहरी से दूरभाष पर वार्ता कर जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की कार्यदाई संस्था और अधिकारी अपने मन माने तरीके से निविदा कर्मियों का स्थानांतरण कर रहे है जब को इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच से इसी प्रकरण में 04/09/2018 में ही ऐस्टे लगा रखा है जिसका कोई निर्णय अभी तक कोर्ट से नहीं हवा है ।कार्यदाई संस्था कोर्ट के आदेश का उलंघन कर अपना मन माना रवैया निविदा कर्मियों के ऊपर थोपने में लगा है आखिर 9से 10हजार रुपए वेतन पाने वाला निविदा कर्मचारी अपना परिवार चलाए की अखंडनगर या दोस्तपुर नौकरी करने जाएगा और नई जगह काम करते हुवे कोई हादसा होता है तो उसका जिमेदार कार्यदाई संस्था होगी।