बाराबंकी- मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसी कुप्रथा के दंश से बचाने के लिए मोदी सरकार का बनाया तीन तलाक कानून बाराबंकी में पुलिस की संवेदनहीनता के चलते दम तोड़ता नजर आ रहा है। करीब दो महीने से तीन तलाक पीड़ित युवती इंसाफ के लिए नगर कोतवाली से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर काट रही है। लेकिन इंसाफ देना तो दूर पुलिस अभी तक पीड़िता का मुकदमा तक नही दर्ज सकी है।
नगर कोतवाली इलाके के पीरबटावन मोहल्ला निवासी पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2018 में उसकी शादी रायल कैटरर्स, लौता बाग, नबीगंज रोड, निकट पल्हरी चैराहा निवासी मोहम्मद असलम पुत्र मोहम्मद इस्लाम के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही लालची पति मोहम्मद असलम व उसके परिजन दहेज की खातिर प्रताड़ित करने लगे। दिनांक 24-06-2020 को गर्भवती होने के बावजूद दहेज की मांग को लेकर पति व उसके घरवालों ने बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी। जिसमे उसका भ्रूण खत्म हो गया। जिसके संबंध में नगर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज है व न्यायालय में वाद भी चल रहा है।पीड़िता ने बताया कि इस घटना के बाद से वो भयभीत होकर अपने पिता के घर रह रही है।
पीड़िता ने बताया कि पिछले लगभग दो माह पहले पति मोहम्मद असलम अजीबोगरीब हरकते करने लगा। वो आये दिन आधी रात को उसका नाम लेकर मां बहन की गालियां बकता हुआ उसके पिता के घर के सामने से निकालता और घर के दरवाजे पर सरसों के दाने व मुर्गे के नाखून डाल देता था। पीड़िता ने बताया कि दिनांक 16-10-2024 को रात के लगभग 1 बजे मोहम्मद असलम अपनी सफेद रंग की आल्टो कार नम्बर न्च्32 ब्। 7005 से उसके पिता के घर के बाहर आकर गन्दी गन्दी गालियां बकने लगा। पीड़िता के मना करने पर उसने पीड़िता को तीन बार तलाक दे दिया और मुकदमे वापस न लेने पर जान से मारने की धमकियां देता हुआ वहां से चला गया।
पीड़िता ने बताया कि इस घटना से वो और उसके घर वाले काफी डर गए। तुरंत 112 पर काल कर पुलिस को सूचना दी। जिसकी इवेन्ट आई०डी० च्16102430677 व पी०वी०आर० नं0- न्च्32क्ळ6434 है। पीड़िता ने बताया कि उपरोक्त घटना ब्ब्ज्ट में सुरक्षित भी है। लेकिन इसके बावजूद नगर कोतवाली पुलिस गैरकानूनी तरीके से तीन तलाक देने वाले पति पर कोई कार्रवाई नही कर रही है। दो महीने से वो नगर कोतवाली के चक्कर काट रही है और हर बार जांच चल रही है कहकर उसे वापस लौटा दिया जा रहा है। पीड़िता ने बताया कि उसने एसपी कार्यालय में भी इंसाफ की गुहार लगाई लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके चलते वो और उसके घर वाले डरे-सहमे हुए राते काट रहे है।