मसौली बाराबंकी- पंचायत भवन बड़ा गांव मे वात्सलय संस्था के तत्वाधान मे किशोरियो के चल रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन निरीक्षक राजेश यादव ने प्रतिभागी किशोरियो को प्रमाण पत्र वितरण किया। किशोरियो को प्रमाण वितरण करते हुए निरीक्षक राजेश यादव ने कहा कि समय बदला और लोगों की सोच भी बदली कभी बेटी के जन्म पर दुखी होने वाले परिवार और माता-पिता अब बेटे और बेटी में कोई अंतर नहीं कर रहे हैं। आज बेटियां न सिर्फ बेटों से कहीं आगे निकलकर भविष्य संवार रही हैं, बल्कि माता-पिता की सेवा कर खुद को बेटों के बराबर साबित कर रही हैं। पुराने समय में बेटियों को घर से बाहर निकलने में परेशानी होती थी। उनकी पढ़ाई की व्यवस्था नहीं थी। इसलिए वे काफी समय तक पिछड़ी रहीं। समाज की मानसिकता बदली तो बेटियों ने वह कर दिखाया जो बेटे भी नहीं कर पाए। प्रशिक्षण शिविर मे प्रशिक्षक नीलिमा गुप्ता, सीमा वर्मा, शोभिका, किरन ने किशोरियो को प्रशिक्षित करते हुए बताया कि ज्यादातर लड़कियों को पहला पीरियड 12 साल की उम्र में आता है, लेकिन यह 10 से 15 साल के बीच कभी भी आ सकता है उन्होंने बताया कि पहले चक्र के आने के बाद पहले दो से तीन साल तक मासिक धर्म चक्र अनियमित हो सकता है सामान्य मासिक धर्म चक्र तीन से सात दिनों तक रहता है और हर 21 से 35 दिनों में हो सकता है प्रशिक्षक नीलिमा गुप्ता ने किशोरियो को जागरूक करते हुए कहा कि मासिक धर्म के दौरान, दिन में तीन से छह बार टैम्पोन, सैनिटरी पैड, या मासिक धर्म कप बदलना चाहिए मासिक धर्म को ट्रैक करने के लिए, एक सामान्य कैलेंडर या क्लू, फ्लो, या अन्य जैसे मासिक धर्म ऐप का इस्तेमाल करने की जानकारी दी साथ ही अगर मासिक धर्म सात दिनों से ज्यादा समय तक रहता है, तो डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतो से आयी करीब तीन दर्जन से अधिक किशोरियो को प्रशिक्षित करते हुए प्रमाण पत्र वितरित किये गये इस मौके पर ग्राम् प्रधान नूर फातिमा, उप निरीक्षक शिवकुमार, प्रधान प्रतिनिधि नूर मोहम्मद, पंचायत सचिव जैसराम, उत्तम वर्मा, अजय कुमार वर्मा, ब्लाक समन्वयक महेंद्र कश्यप , महिला आरक्षी अच्छी बी, पंचायत सहायक सैय्यदा बानो आदि लोग मौजूद रहे।