रामनगर, बाराबंकी। एनएचएम के तहत कोरोना काल में भर्ती हुए कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सतीश चंद्र शर्मा खाद्य एव रसद राज्य मंत्री जी को और बाराबंकी सांसद उपेंद्र सिंह रावत जी को ज्ञापन सौंपा है। कर्मियों ने हाल ही जारी आदेश का हवाला देते हुए रोजगार न छीनने की मांग की है। साथ ही कर्मियों ने समायोजित करने समेत कई मांगों का ज्ञापन दिया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कोरोना काल में सीएचसी पर कंप्यूटर ऑपरेटर की भर्ती आउटसोर्सिंग के तहत हुई थी। इनमें 1 नान मेडिकल साइंटिस्ट शिखा वर्मा 2 लैब टेक्नीशियन ठैस् लैब बाराबंकी सीएचसी टिकैतनगर में अंकित द्विवेदी दरियाबाद में दीपक सोनी, मुख्यालय अवनीश, जाटा बरौली में आलोक, घुंघटेर में शिवम यादव,रामनगर में आनंद यादव बड़ागांव में आकाश गुप्ता, त्रिवेदीगंज में सचिन, सिद्धौर में पवन, रामनगर में सूरतगंज में रणवीर सिंह, देवा में दीप्ति यादव, सतरिख में काजल गुप्ता हरख, हैदरगढ़ में सनी, फतेहपुर में ललित कुमार, बाराबंकी में विनय यादव सिरौली गौसपुर में दीपक वर्मा की तैनाती है। इन सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों की 30 जून को सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया गया। जिससे इनके सामने बेरोजगारी की समस्या खड़ी हो गई। सभी कर्मी बेरोजगार होने से परेशान है।सोमवार को कर्मियों ने एसीएमओ व डीएम को मांगों का ज्ञापन सौंपा। मांग की गई कि कोविड जैसी विषम परिस्थितियों में काम करने वाले कर्मियों को संबंधित पद के समक्ष समायोजित कर दिया जाए। जिससे उनकी रोजी रोटी चलती रहे।
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