अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बाब-ए-सैयद गेट पर नॉन टेक्निकल स्टाफ के टेंपरेरी व संविदा कर्मी पिछले कई वर्षों से स्थाई करने की मांग कर रहे हैं। पिछले कई वर्षों से यह कर्मचारियों स्थाई करने की मांग कर रहे हैं लेकिन एएमयू प्रशासन के कान पर कोई जूंह नहीं रेंग रही है। जिसको लेकर प्रॉक्टर व वाईस चांसलर को ज्ञापन सौंपा। पिछले दिनों भी कर्मचारियों द्वारा सेवा विस्तार व स्थाई करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। लेकिन उस समय कर्मचारियों का कुछ समय के लिए सेवा विस्तार कर एएमयू प्रशासन ने आगामी समय में कर्मचारियों की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया था। अब एएमयू प्रशासन कर्मचारियों की छटनी करने पर विचार कर रहा है। इससे टेंपरेरी और संविदा कर्मियों के सामने परिवार पालने और रोजी-रोटी का संकट मंडरा रहा है। जहां एक और प्रधानमंत्री ने एएमयू को मिनी इंडिया कहा था। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग है कि वह देश में बड़े पैमाने पर गरीबों की मदद करते रहते है। इसी तरह मिनी इंडिया के हम गरीबों की भी मदद कर हमारी नौकरियों को स्थाई कराएं। हमें संभावना है कि आगामी 24 जून को होने वाली एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में कर्मचारियों के हित में निर्णय ले लिया जाएगा। अगर कर्मचारियों के हित में निर्णय नहीं लिया गया तो समस्त कर्मचारी काम बंद हड़ताल कर धरना प्रदर्शन करेंगे।