प्रधान पति पर कार्यवाही के विरोध में प्रधानों ने किया धरना प्रदर्शन
प्रधान संघ अध्यक्ष से ज्ञापन लेते हुए उप जिलाधिकारी हैदरगढ़
कोठी, बाराबंकी। जनपद में जारी भ्रष्टाचार किसकदर चरम पर है यह इसी से समझा जा सकता है कि तू डालडाल मै पात पात की तर्ज पर जारी भ्रष्टाचार में खुद को बचाने के प्रयास में जब गुरू घंटालों ने प्रधान को फंसाया तो प्रधानों की एकता ने शासन प्रशासन की नाक के नीचे जारी पूरे भ्रष्टाचार की बखिया अपने जारी धरना प्रदर्शन मे ंऐसी खोली कि अब तमाम अधिकारी भी बैकफुट पर आकर किसी तरह समझौता करवाकर मामला दबाने की जुगत में जुटे दिखाई दे रहे है और तमाम दबावों से आजिज आए प्रधान भी इस बार पूरी तन्मयता से संगठन का बल दिखाते नजर आ रहे हैं जिसमें सुनवाई मुकम्मल न होने पर जिला मुख्यालय पर भी धरना प्रदर्शन करने का अल्टिमेटम प्रधानों ने एसडीएम को ज्ञापन देते हुए दिया है।
जानकारी के अनुसार मोहम्मदपुर चंदी सिंह ग्राम प्रधान सरोजनी देवी के पति सुरेंद्र वर्मा और प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक शैलेश कुमार को बुधवार एंटी करप्शन की टीम ने रुपए40000 लेते हुए पकड़ कर जेल भेजा था। जिसको लेकर शुक्रवार को प्रधान संघ दोनों गुट अध्यक्ष सत्यनाम सिंह उर्फ गुड्डू तथा अमर बहादुर के नेतृत्व में ब्लॉक सभागार में बैठक कर विचार विमर्श करते हुए यह निर्णय लिया कि जिस प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने प्रधान पति और शिक्षक को षड्यंत्र कर एंटी करप्शन से जेल भिजवाया है उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाए।
जिसकी सूचना पर पहुंचे नायब तहसीलदार आकाश संत ने ग्राम प्रधानों से ज्ञापन देने के बाद धरना समाप्त करने की अपील की। लेकिन ग्राम प्रधान अपनी मांग पर अड़े रहे।
प्रधानों की मांग थी कि लगभग 10 दिन पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी सिद्धौर मनीराम वर्मा प्राथमिक विद्यालय कम अपोजिट विद्यालय ग्रांड का जो पैसा आया था उसकी जांच करने पहुंचे थे। जिसमें प्रधानाध्यापक विरेंद्र श्रीवास्तव द्वारा मात्र 24000 के ही बिल वाउचर दिखा सके। जिस पर प्रधानाध्यापक पर आरोप भी सिद्ध हुआ था। ग्राम प्रधान और प्रधान पति ने खंड शिक्षा अधिकारी से प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की और आपस में समझौते की बात की। जिसको लेकर यह तय हुआ था कि खंड शिक्षा अधिकारी मनीराम और मौके पर आएं और बताएं कि प्रधानाध्यापक द्वारा गबन का मामला सिद्ध हुआ था या नहीं?
यदि सिद्ध हुआ था तो प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की। जब तक प्रधानाध्यापक विरेंद्र कुमार श्रीवास्तव को सस्पेंड कर इसकी जांच कराने का आश्वासन नहीं मिलेगा कि यह पैसा जो दे रहे थे वह कमीशन का था या फिर प्रधान ने विद्यालय में जो खर्च किया था वह था तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन से नहीं हटेंगे। जिसके बाद नायब तहसीलदार आकाश संत को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
इसके बाद कोठी इंस्पेक्टर कृष्णकांत यादव ने भी प्रधानों का धरना समाप्त कराने का भरकस प्रयास किया लेकिन धरना समाप्त नहीं हुआ। प्रधानों में बढ़ते आक्रोश की जानकारी मिलने पर करीब 5 घंटा धरना चलने के उपरांत हैदरगढ़ के एसडीएम सुरेंद्र पाल विश्वकर्मा भी मौके पर पहुंचे और प्रधानों की समस्या सुनते हुए ज्ञापन लिया। उनके द्वारा बताया गया की 3 दिन के अंदर जांच कराई जाएगी।
वही प्रधान संघ अध्यक्ष सत्यनाम सिंह उर्फ गुड्डू तथा अमर बहादुर वर्मा ने बताया कि अगर 3 दिन मे प्रधान पति को न्याय नहीं मिलता है तो हम लोग बहुत बड़ा जिले में प्रदर्शन करेंगे।
इस मौके पर प्रधान संघ महामंत्री कमल सिंह पटेल, .प्रधान संघ उपाध्यक्ष संजय वर्मा (दादाजी), दिनेश कुमार शर्मा, कौशलेंद्र सिंह, रोनू सिंह, .प्रधान सानू, .जितेंद्र कुमार. गुरुप्रसाद. सरोज कुमार. मायाराम .मो. नईम .राजकुमार. काशीराम रावत. गणेश वर्मा. लायक राम यादव. पंकज सिंह. साकिर खा सहित अन्य प्रधानो की मौजूदगी के साथ कोठी इंस्पेक्टर कृष्णकांत यादव मैं हमराहियों सहित मौके पर डटे रहे।