प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वर्ष 8वीं बार राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार पीएम मोदी 28 जुलाई को नागौर के खरनाल में एक सभा को संबोधित करेंगे तथा देश के 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए की सम्मान निधि ट्रांसफर करेंगे। पीएम का खरनाल दौरा दो कारणों से महत्व रखता है। खरनाल को ही जाट समुदाय के आराध्य देव तेजाजी महाराज का जन्म स्थल माना जाता है। यही वजह है कि प्रदेश और देश के जाट समुदाय में खरनाल के प्रति गहरी आस्था है। पीएम मोदी की खरनाल के तेजाजी मंदिर में पूजा अर्चना भी करेंगे। नागौर के जाट समुदाय के नेता अमर चंद जाजड़ा ने बताया कि पीएम मोदी के खरनाल आने से जाट समुदाय में भारी उत्साह है। यह पहला अवसर है जब देश के प्रधानमंत्री जाट समुदाय के आराध्य देव तेजाजी के जन्म स्थल पर आ रहे हैं। पीएम के दौरे की तैयारियों को लेकर 15 जुलाई को केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी भी खरनाल का दौर कर रहे हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार नागौर के खरनाल में पीएम मोदी की सभा करवाने में नागौर के पूर्व भाजपा सांसद सीआर चौधरी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चौधरी ने खरनाल के धार्मिक महत्व के बारे में पीएमओ में बताया था। पीएम की सभा का राजनीतिक महत्व भी है, क्योंकि नागौर को आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल का गढ़ माना जाता है। मौजूदा समय में खुद हनुमान बेनीवाल नागौर से सांसद है और नागौर के खींवसर विधानसभा क्षेत्र से उनके भाई नारायण बेनीवाल विधायक हैं। खरनाल गांव खींवसर विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा का पिछला चुनाव भाजपा के समर्थन से ही जीता था, लेकिन राजनीतिक टकराव के बाद बेनीवाल अलग हो गए और अब अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं। चूंकि बेनीवाल का जाट समुदाय के युवाओं में खास प्रभाव है, इसलिए पीएम मोदी की सभा को बेनीवाल के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। किसान सम्मान निधि को ट्रांसफर करने का कार्यक्रम केंद्रीय कृषि और फर्टिलाइजर मंत्रालय का है, लेकिन सभा में भीड़ जुटाने का काम भाजपा के नेताओं का है। यही वजह है कि भाजपा नेता भी सक्रिय हो गए हैं। पीएम की सभा के लिए निकटवर्ती जिले अजमेर, जयपुर बीकानेर, जोधपुर, सीकर आदि से तीन लाख लोगों को एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है ।