उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूजल सप्ताह समापन समारोह में कहा कि हमें पानी का सावधानी से कम खर्च करना चाहिए। सभी लोगों को पानी की एक-एक बूंद बचानी होगी तभी हम भविष्य के लिए जल बचा सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें पानी की एक-एक बूंद बचाने होगी तभी हम सभी को शुद्ध पेयजल दे सकेंगे। अमृत 2.0 में हर शहर को जल जीवन मिशन से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा की जन आंदोलन को जन आंदोलन में बदलना होगा। पिछले 20 सालों में 5 गुना विकासखंड क्रिटिकल बन गए हैं। यह लड़ाई 20 वर्षों की नहीं है यह हजारों साल की धरोहर है जो हमारे पूर्वजों से हमें मिली है। वह भूजल सप्ताह समापन के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें इसे समझना होगा कि अंधाधुंध जल दोहन का ही परिणाम है कि आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश से पानी ही पानी हो गया है तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में सूखा है। उन्होंने कहा कि 80 से 90 प्रतिशत पेयजल आपूर्ति भूजल से ही होती है ऐसे में इसे बचाना ही होगा। जैसे बैंक खाते में रखे गए धन को निकालते निकालते खाता खाली हो जाता है उसी तरह जल भी सीमा है। एक दिन भूगर्भ जल समाप्त हो जाएगा। ऐसे में आने वाली पीढ़ियां हमें दोष देंगी। आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें जल संरक्षण करना ही होगा। उन्होंने सभी से पौधरोपण अभियान में भाग लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह राज्य मंत्री दिनेश खटीक कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह तथा जल योद्धा मौजूद रहे।