बाराबंकी। बरसात के सीजन में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में संचारी रोगों की रोकथाम के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत जिले में 17 जुलाई से दस्तक अभियान शुरु किया गया है जोकि 31 जुलाई तक चलाया जायेगा। इसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों बुखार से पीड़ित लोगों को चिन्हित कर उन्हें इलाज के लिए रेफर कर रहीं हैं। यह कहना है एसीएमओ व वेक्टर बोर्न के नोडल अधिकारी डॉ डीके श्रीवास्तव का।
उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान में संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार आदि के साथ ही क्षय रोग, कुष्ठ रोग, कालाजार एवं फाइलेरिया के लक्षणयुक्त मरीजों को भी चिन्हित किया जा रहा है। इस अभियान में आशा कार्यकर्ता और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि संचारी रोगों के प्रति जागरूक कर रही है। इसके साथ ही लक्षणयुक्त व्यक्तियों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण ई- कवच पोर्टल पर अपलोड कर रही है। इनमे बुखार के रोगियों की सूची, आई एल आई (इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस) रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची, कुष्ठ रोग तथा फाइलेरिया एवं कालाजार रोगों के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची, कुपोषित बच्चों की सूची शामिल है। साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो सूची तैयार कर एएनएम को उपलब्ध कराएंगी।
जिला मलेरिया अधिकारी अविनाश चन्द्र ने बताया कि इस क्रम में दस्तक अभियान के तहत अभी तक खोजे गए संभावित मलेरिया लक्षणयुक्त व्यक्तियों की संख्या 343 में से 287 की स्लाइड बनाई गई, जिसमें मलेरिया धनात्मक केस नही मिला, वहीं संभावित खांसी, जुकाम के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की संख्या 134 में 120 संभावित कोविड के लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच हुई, जिसमे सभी निगेटिव पाये गये। साथ ही संभावित क्षय रोग लक्षणयुक्त व्यक्तियों की संख्या 39, अति कुपोषित बच्चों की संख्या 25 है। इसमे से 4 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में संदर्भित किया गया है। टीबी के 39 लक्षण युक्ति व्यक्तियों में से सभी को जांच हेतु स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा गया।जिला मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी डा अवधेश कुमार यादव ने जनपदवासियों से अपील की है कि अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखें, जलजमाव न होने दें, जलजमाव वाले पात्रों को नष्ट कर दें, मच्छरदानी का प्रयोग करें और पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनें। उन्होंने बताया कि आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर- घर जाकर समुदाय को डेंगू, मलेरिया, कालाजार, फाइलेरिया आदि मच्छर जनित व संचारी रोगों से बचाव के लिए बेहतर व्यवहार को अपनाने के लिए जन जागरूक कर रही है। गृह भ्रमण के दौरान प्रमुख जगह पर संचारी रोगों के बचाव से जुड़े पोस्टर, स्टिकर लगाकर तथा स्वास्थ्य केंद्र पर होने वाली गतिविधियों में सहयोग कर रही हैं।