लखनऊ/उत्तर प्रदेश। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इण्डिया गठबंधन बनने से भाजपा में घबराहट है। इंडिया गठबंधन भाजपा का यूपी के साथ ही पूरे देश में सफाया करेगा। इस इंडिया गठबंधन में समग्रता है। हमारी मिलीजुली संस्कृति है। हम लोग सबको जोड़कर साथ लेकर चलेंगे।अखिलेश यादव ने मेरठ दौरे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में संविधान और लोकतंत्र बचाने वालो और संविधान, लोकतंत्र खत्म करने वालों के बीच मुकाबला है। इंडिया और पीडीए का मुकाबला एनडीए और भाजपा नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के लोकतंत्र और संविधान के बचाने वालों का इंडिया गठबंधन है। दूसरी तरफ भाजपा है, जो संविधान और लोकतंत्र खत्म करना चाहती है।अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग डरे हुए है। उनकी भाषा बदल गई है। भाजपा नफरत की राजनीति करती है। आर.एस.एस. की विभाजनकारी और भाजपा की वोट की नीति के कारण मणिपुर जल रहा है।अखिलेश यादव ने कहा कि हम लोग भारत को भारत माता, गंगा मां बोलते है। उसी समाज में मणिपुर से माताओ, बहनों की जो तस्वीर आयी है, वह सभ्य समाज के लिए कलंक है। इस तरह की घटनाएं कभी स्वीकार्य नहीं हो सकती हैं। भाजपा नेताओं को इंडिया और विपक्ष पर बोलने से पहले मणिपुर की घटना पर जवाब देना चाहिए। भाजपा ने मणिपुर में पूरे समाज में जहर घोला है।अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद कर दिया है और एक भी जिला अस्पताल नहीं बनाया है। अभी ये लोग सीएचसी बेच रहे हैं आगे अस्पताल भी बेच देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। विभागों में इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं था। सरकार ने विभागों के भ्रष्टाचार का आंकलन कराया तो पता चला कि पुलिस विभाग सबसे भ्रष्ट है। पुलिस की भाषा और व्यवहार देखकर पता चलता है कि पुलिस इतनी निरंकुश कभी नहीं थी जितना भाजपा सरकार में हो गयी है। प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है।अखिलेश यादव ने कहा कि कांवड़ियों की मौत प्रदेश सरकार और बिजली विभाग की लापरवाही से हुई। इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। कांवड़ियों की मौत दुखद है। सरकार को कांवड़ियों की मौत पर उनके परिजनों को एक करोड़ रूपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देनी चाहिए। सरकार ने जिन कांवड़ियों पर फूल बरसाया था उनकी मौत पर मुआवजा और नौकरी क्यों नहीं दे रही है?आगरा में म्यूजियम को लेकर एक सवाल के जवाब में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री को कुछ जानकारी नहीं है। म्यूजियम इसलिए बनाया जा रहा था जिससे वहां पर्यटन को बढ़ावा मिले। जो लोग ताजमहल देखने जाय उन्हें म्यूजियम के जरिए भारत के इतिहास और संस्कृति को बताया जाए। मिलीजुली संस्कृति और गंगा जमुनी तहजीब से परिचय कराया जाए। जिस आर्किटेक्ट ने उसे डिजाइन किया था उसे 2023 का यूरोप का सबसे बड़ा एवार्ड मिला। वह म्यूजियम ताजमहल से जुड़ा हुआ था लेकिन उसके अन्दर जो संदेश था वह गंगा जमुनी तहजीब का था।