भारत की सांस्कृतिक विविधता और नैतिक मूल्यों की भावना को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से जी-20 कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर प्रोफेशनल डेवलपमेंट ऑफ उर्दू टीचर्स (उर्दू अकादमी) द्वारा बैत बाजी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय छात्रों की विभिन्न टीमों ने भाग लिया और चयनित कविताओं का पाठ किया, जिनमें देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पर्यावरण के साथ इसके गहरे संबंधों को उजागर किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मोहम्मद आरिफ हसन खान ने आयोजन की सराहना की और कहा कि इससे छात्रों को बेहतर वैश्विक व्यवस्था को आकार देने में जी-20 पर रचनात्मक रूप से अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहन प्राप्त होगा।अपनी अध्यक्षीय टिप्पणी में प्रोफेसर कमरूल हुदा फरीदी (निदेशक, उर्दू अकादमी) ने जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के भारत के विशेषाधिकार पर जोर दिया, जिसने वैश्विक मंच पर देश की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है।डॉ. रफीउद्दीन (उर्दू अकादमी) ने भारत की सभ्यता, संस्कृति एवं दार्शनिक विरासत पर प्रकाश डाला।बैतबाजी प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. आफताब ए नजमी और फिक्रो नजर के सहायक संपादक डॉ. मुहम्मद बकर आलम सिद्दीकी शामिल थे।