इस मौके पर पीड़ित धर्मेंद्र सिंह और उनकी पत्नी श्रीमती नीरज देवी ने बताया कि वह एक छोटा सा सरस्वती ज्ञान मंदिर स्कूल चलाते हैं उन पर बिजली का 139492 बिल बकाया हो गया था तो उन्होंने मुख्यमंत्री एकमुश्त समाधान योजना के तहत 15 दिसंबर 2021को 87937 बिल का एकमुश्त भुगतान कर दिया था जिसमें 51555 की छूट मिली थी
परंतु जब वह अगले महीने 5 जनवरी 2022 को बिल जमा करने पहुंचे तो उन्हें बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारियों ने बताया कि उनके ऊपर 110115 और बकाया है तो उन्होंने कहा कि मैं तो समाधान योजना में पूरा बिल भुगतान कर चुका हूं उसके बाद से वह बिजली विभाग के चक्कर लगाते रहे परंतु कोई समाधान नहीं हुआ तो उन्होंने अधिवक्ता से बिजली विभाग को नोटिस भिजवाया तो बिजली विभाग ने उनके स्कूल का कनेक्शन काट दिया जब उन्होंने स्थाई लोक अदालत में अपना केस डाल दिया तो उनके घर का कनेक्शन काट दिया जो कि उनकी पत्नी नीरज देवी के नाम से था और जिस पर कोई बकाया भी नहीं था
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता बसपा नेता सतेन्द्र जैन सौली ने कहा कि यह बिजली विभाग की ज्जतिया और मनमानी नहीं तो क्या है जब एकमुश्त समाधान योजना मैं धर्मेंद्र सिंह भुगतान कर चुके तो फिर बकाया निकालने का क्या मतलब है यदि विभाग की गलती से बकाया निकाल भी दिया तो जब धर्मेंद्र सिंह न्यायालय की शरण में पहुंच गए तो स्थाई लोक अदालत में मामला निपटना चाहिए था बिजली विभाग खुद गलती करें उसके बावजूद भी भीषण गर्मी में स्कूल का कनेक्शन काट देना फिर घर का कनेक्शन काट देना जोकि उनकी पत्नी के नाम से था और उस पर कोई बकाया भी नहीं था यह न्याय संगत नहीं है बिजली विभाग की इस कार्रवाई की वे घोर भर्सना निंदा करते है और और बिजली विभाग के दोषी अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करते हैं वे पीड़ित परिवार के साथ खड़े है हालांकि सामाजिक कार्यकर्ता बसपा नेता व मीडिया के गांव में पहुंचने की सुगबुहाट होने पर बिजली विभाग ने 1 घंटे बाद ही कनेक्शन बिना शर्त जोड़ दिया है