अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के आर्थोपेडिक सर्जनों ने एक जटिल प्रक्रिया द्वारा एएमयू के बीई छात्र जमील अहमद के घुटने के मेनिस्कस में एक दरार की सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया और न्यूनतम दर पर आर्थ्रोस्कोपी का उपयोग करके एसीएल लिगामेंट का पुनर्निर्माण किया।प्रोफेसर नय्यर आसिफ के मार्गदर्शन में इस सर्जरी को अंजाम देने वाले डॉ. एम.जे. खान ने बताया कि जमील अहमद को चार महीने पहले घुटने में चोट लगी थी, जिससे विकृति उत्पन्न हो गयीं और वह गंभीर दर्द का शिकार हो गया। एक निजी मेडिकल सेंटर में एमआरआई स्क्रीनिंग से पता चला कि उसके घुटने के मेनिस्कस में एक दुर्लभ बकेट हैंडल में समस्या उत्पन्न हो गयी थी, जिस पर आर्थोस्कोपिक सर्जन को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता थी।बाद में, जमील ने जेएनएमसी में स्पोर्ट्स और आर्थ्रोस्कोपिक क्लिनिक से परामर्श लिया जहां डॉक्टरों ने प्रभावित जगह की सर्जरी करने का फैसला किया जो एक सफल पहल साबित हुई। इस टीम में डाक्टर एमजे खान के साथ सीनियर रेजीडेंट डा. चंदन सिंह व जूनियर रेजीडेंट डाक्टर अहसान और डाक्टर प्रांजल भी शामिल रहीं।डॉ. खान ने बताया कि डॉ. उबैद के नेतृत्व में एनेस्थेटिस्ट की टीम ने सर्जरी में अमूल्य मदद प्रदान की।