सुल्तानपुर Iपूरा मामला सुल्तानपुर के विकासखंड धनपतगंज की ग्राम सभा केवटली का है I जहां ग्राम प्रधान के कुछ विरोधियों ने तथाकथित पत्रकारों के माध्यम से अमृत सरोवर एवं तालाब की खुदाई के लिए रात के अंधेरे में जेसीबी द्वारा किया जा रहा है अवैध खनन कि फर्जी खबर बिना किसी साक्ष्य एवं सबूत के धड़ल्ले से सोशल मीडिया पर चलाई जा रही है। ग्राम प्रधान परिवार के धुर विरोधी राजेंद्र यादव और कुछ तथाकथित पत्रकारों ने अमृत सरोवर योजना के नाम पर ग्राम प्रधान द्वारा रात के अंधेरे में जेसीबी चलाकर मनरेगा मजदूरों के अधिकारों का हो रहा है हनन। यही नहीं तथाकथित पत्रकारों का दिमाग देखिए बिना किसी साक्ष्य सबूत के विरोधियों ने 112 पर फोन करके फर्जी साक्ष्य जुटाने की कोशिश की जब 112 मौके पर पहुंची तो ना तो , जेसीबी थी और ना ही अवैध खनन का कोई साक्ष्य ही मिला। यही नहीं ग्राम प्रधान को बदनाम करने के लिए ग्राम प्रधान के विरोधियों और कुछ तथाकथित पत्रकार सोशल मीडिया पर ग्राम प्रधान द्वारा धमकाने साक्ष्य छुपाने अमृत सरोवर एवं तालाब की खुदाई में जेसीबी का प्रयोग किया जा रहा हैं ऐसी खबर चला रहे हैं। जबकि ग्राम प्रधान का साफ कहना है उनके द्वारा ना तो तालाब और न ही अमृत सरोवर की खुदाई की जा रही है और ना ही विभागीय कोई ऐसा आदेश है। इसके बावजूद भी कई तथाकथित पत्रकार सोशल मीडिया पर फर्जी खबर चला रहे हैं I जबकि किसी भी तालाब व सरोवर की खुदाई के लिए एक विभागीय प्रक्रिया होती है I यदि कहीं अवैध खनन हो रहा हैं तो उसे रोकना खनन विभाग की जिम्मेदारी है और यदि अवैध खनन हुआ है तो उसकी शिकायत खनन विभाग में होती है। ना की उप जिलाधिकारी के पास, दूसरा यदि किसी को ग्राम प्रधान केवटली ने धमकाया है जैसा कि सोशल मीडिया पर चल रहा है तो उसका कोई ऑडियो, वीडियो होगा। अमृत सरोवर व तालाब बनाने के लिए ग्राम प्रधान को कोई विभागीय आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। लेकिन ग्राम प्रधान के विरोधी रहे राजेंद्र यादव तथा कुछ तथाकथित पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर अपना तथाकथित मकसद हल करने के लिए फर्जी खबरें चला रहे हैंI ऐसे में सोशल मीडिया पर चलने वाली खबरों की विश्वसनीयता ना केवल कम होती है, बल्कि ऐसे तथाकथित पत्रकार पत्रकारिता की छवि को भी धूमिल करते हैं I