ड्रग पैराशूट को गति कम करने और तेजी से चलती वस्तुओं को स्थिर करने के लिए लगाया जाता है। इसरो ने कहा कि तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) ने 8-10 अगस्त के बीच चंडीगढ़ में टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला की रेल ट्रैक रॉकेट स्लेज (आरटीआरएस) सुविधा में ड्रग पैराशूट परीक्षणों की एक श्रृंखला सफलतापूर्वक आयोजित की। इसरो अपने महत्वाकांक्षी परियोजना गगनयान मिशन को लेकर जोर-शोर से तैयारी में लगा है। इसरो ने इस मिशन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसरो ने ड्रग पैराशूट के लिए परीक्षणों की एक श्रृंखला सफलतापूर्वक आयोजित की।
Author: cnindia
Post Views: 2,394