जनपद के 14 स्वास्थ्य केंद्रों पर मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) बनकर तैयार हैं। प्रसूता और उनके नवजात की बेहतर देखभाल के लिए बनकर तैयार इन एमएनसी यूनिट में कम वजन के नवजात शिशुओं को रखा जाएगा। कमिश्नर नवदीप रिणवा ने गुरुवार को मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा के उपरांत कमिश्नरी सभागार से मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट का डिजिटली लोकार्पण किया। मण्डलायुक्त ने कहा कि नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा चिकित्सालयों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं शुरू की गई हैं। प्रथम चरण में जनपद अलीगढ़ में 14 स्वास्थ्य केंद्रों पर मदर न्यू बॉर्न केयर यूनिट स्थापित की गयी हैं। इन यूनिट में प्रसूता महिलाओं और उनके नवजात बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए प्रसव के उपरांत रखा जाएगा। यहां वह लगातार 24 घंटे चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगी। जन्म के समय कम वजन के शिशुओं को आवश्यकता के अनुसार उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि एमएनसीयू के संचालित होने के बाद ऐसे नवजात शिशु जिनका वजन 2 किलो 500 ग्राम से कम होगा उन्हें अब मां से अलग नहीं होना पड़ेगा। नवजात शिशु मां के साथ वार्मर बेड पर ही रहेगा। कम वजन के नवजात शिशु हाइपोथर्मिया या संक्रमण की वजह से असमय काल के गाल में समा जाते थे। जनपद में 100 बेड सामुदायिक स्वाथ्य केन्द्र अतरौली, सीएचसी गभाना के साथ ही सभी विकास खण्डों में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एमएनसीयू की स्थापना की गयी है।