मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज, राजनैतिक पेंशन तथा राजनैतिक सुरक्षा विभाग धर्मपाल सिंह द्वारा अपर निदेशक पशुपालन डा. वाईएस पवार एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. दिनेश कुमार के साथ पशुपालन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई। सीवीओ ने निराश्रित गौवंश संरक्षण के लिए जनपद में किये गये कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि जनपव के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में 146 गोवंश आश्रय स्थल संचालित हैं जिनमें 26578 गोवंश संरक्षित किये गये हैं। तहसील गभाना, अतरौली,खैर, इगलास एवं कोल में 5 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों की रथापना की गयी है और तहसील इगलास में एक अतिरिक्त केन्द्र निर्माणाधीन है। गोवंश संरक्षण का अभियान निरन्तर चलाया जा रहा है जिसमें नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में घूम रहे निराश्रित गौवंश को राजस्व विभाग, नगर निगम, पशुपालन, ग्राम पंचायत एवं जनमानस के सहयोग से निकटतम गौवंश आशय रथलों में संरक्षित कराया जा रहा हैं। मा0 मंत्री जी ने निर्देश दिये कि आग जन मानस से घूम रहे निराश्रित गौवंश को संरक्षित करवाने में सहयोग लिया जाए। मंत्री ने मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना की समीक्षा में पाया कि अब तक कल 1232 लाभार्थियों को गौवंश वितरित किये गये हैं। उन्होंने आम जन एवं पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि सहभागिता योजना में अधिक से अधिक गौवंशों को लेकर गौसेवा करें और अपनी आय में वृद्धि भी करें। उन्होंने पशुओं को विभिन्न बीमारियों यथा एल0एस0डी0 से बचाव के लिए जनपद में निःशुल्क टीकाकरण अभियान के अन्तर्गत पशुपालकों को जागरूक करने के निर्देश देते हुए आम जनमानस से अपील की है कि निःशुल्क टीकाकरण कराकर अपने पशुओं को बीमारियों से बचायें। उन्होंने वर्गीकृत वीर्य द्वारा क्रत्रिम गर्भाधान योजना के तहत पशुपालकों को उत्तम नस्ल के गौवंशीय पशु जिसमें 90 प्रतिशत तक मादा पशु, बछिया ही पैदा होती है का व्यापक प्रचार-प्रसार कर लाभान्वित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने क्रत्रिम गर्भाधान योजना, खुरपका-मुंहपका, गलाघोंटू, टीकाकरण की भी विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।