बाराबंकी। जनपद के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में जहां जानकारी अनुसार सरयू व घाघरा का जलस्तर कम हो रहा है। वहीं कटान बढ़ने को लेकर समस्या विकट होती जा रही है। जिसमें एक दर्जन से अधिक मकानों के नदी में समाहित होने की जानकारी जहां सरकारी तंत्र द्वारा सामने आयी है। वहीं दो दिन से लगातार हो रही वर्षा से भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पीड़ित लोगों की समस्या कई गुना बढ़ गई है। जिसको लेकर जिला प्रशासन पूरी ताकत से निराकरण को लेकर जुटा हुआ है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्षा से हो रही समस्याओं तथा बीमारियों आदि का तत्काल निराकरण के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्राथमिकता के आधार पर इन कार्यों को सम्पन्न कराएं। उप जिलाधिकारी, रामनगर के अनुसार आज तहसील रामनगर अंतर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नाव संचालन-05, उपचारित रोगी की संख्या-21, कुल उपचारित पशुऔं की संख्या-08 तथा 10 का टीकाकरण का किया गया। उन्होंने बताया कि जमका व खुज्झी व सरसन्डा में कटान हो रही है, 14 पक्के मकान, 01 मकान कच्चा तथा 16 झोपड़ी कट कर नदी में समाहित हो गयी हैं। प्राथमिक विद्यालय, खुज्झी व पंचायत भवन सरसन्डा क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने बताया कि घाघरा का जलस्तर कल की अपेक्षा आज बढ़ा है। जिसके कारण जमका, खुज्झी व सरसन्डा में कटान जारी है, जिसके उपाय हेतु प्रभावित परिवारों को पूर्व में ही ग्राम परशुराम विस्थापित कर दिया गया है। मकान क्षति से प्रभावित व्यक्तियों को अहैतुक सहायता राशि प्रदान करने की प्रक्रिया पर कार्यवाही की जा रही है। उप जिलाधिकारी, सिरौली गौसपुर ने बताया कि उनके क्षेत्र में नदी का जलस्तर घट रहा है, आबादी प्रभावित नहीं है, गांवों में आवागमन सामान्य है। इसी प्रकार उप जिलाधिकारी, रामसनेही घाट ने बताया कि उनके क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है।