अमेठी। जुलाई व अगस्त माह में हुई बारिश से जिले की 140 सड़कों पर अलग-अलग स्थानों पर जलभराव से गड्ढे हो गए। लोगों को आवागमन में परेशानी व सड़कों के गड्ढा युक्त होने की जानकारी के बाद विभाग ने सर्वे कराया। सर्वे में 202.30 किलोमीटर सड़क पर पैचिंग कार्य की जरूरत का मामला सामने आया। जिसके बाद विभाग ने अनुमानित आगणन तैयार कर शासन से धन की डिमांड की है। धनराशि जारी होते ही सड़कों को मानक के अनुसार गड्ढा मुक्त कर लोगों को आवागमन में सुविधा दी जाएगी।बरसात किसानों के लिए भले ही वरदान साबित हुई हो लेकिन गांव से लेकर शहर तक आम जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों पर जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से सड़कें गड्ढ़ों में तब्दील हो गई। इन गड्ढों में जलभराव से हो रही दुर्घटना को विभाग की नींद उड़ा दी है। लगातार मिल रही शिकायत व लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड ने सर्वे कराया। सर्वे पर एक राज्यमार्ग पर तीन किलोमीटर की दूरी में गड्ढे मिले तो दो जिले को जोड़ने वाले तीन मार्गों पर भी 16.20 किलामीटर दूरी में क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हुई। सबसे अधिक सड़के ग्रामीण क्षेत्र की क्षतिग्रस्त हुई है। ग्रामीण क्षेत्र की 136 सड़कों पर 183.10 किलोमीटर पर अलग-अलग स्थानों पर गड्ढे हो गए है। सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद विभाग सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त बनाने की कोशिश में जुटा है। लगातार विभाग मौजूद धनराशि से सड़कों की मरम्मत भी करा रहा है। सभी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत हो सके व पैचिंग का कार्य किया जाए सके इसके लिए विभाग ने एक करोड़ रुपये का अनुमानित आगणन तैयार शासन को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने व धनराशि जारी होने के बाद विभाग अभियान संचालित कर क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कर लोगों को आवागमन में सुविधा प्रदान करेगा। बरसात में सड़कों पर ओवर लोड वाहन के गुजरने से क्षतिग्रस्त होती है। क्षतिग्रस्त सड़क की सूचना मिलती है पैचिंग का काम कराया जाता है। निर्माण खंड की ओर से निर्मित 140 सड़कों पर बारिश में जलभराव से हुए गड्ढों की पैचिंग कराने के लिए धन की डिमांड की गई है। बरसात समाप्त होते सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए डमारीकरण का काम किया जाएगा।