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19/10/2024 6:20 am

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महिला के साथ मारपीट के मामले में पुलिस की कार्यवाही आ रही सामने

महिला के साथ मारपीट के मामले में पुलिस की कार्यवाही आ रही सामने
-आरोपी दबंग मामला दर्ज होने के बावजूद घूम रहे खुलेआम और महिला दहशत में
बाराबंकी। एक तरफ देश के पीएम लेकर सूबे के सीएम महिला सुरक्षा को लेकर कठोर से कठोर नियम कानून लाकर महिलाओं के प्रति अपराधों उत्पीड़न के ग्राफ पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रहे हैं तो दूसरी तरफ दनपद की पुलिस दबंगों के प्रति अपना रवैय्या बदलने को तैयार नहीं दिख रही है।
वो भी ये हाल तब है जब पुलिस फोर्स में धीरे धीरे महिला अधिकारियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी भी हुई है। लेकिन बावजूद इसके महिलाओं के उत्पीड़न पर उस थाने पर सुनवाई अगर ना हो जहां महिला थानेदार ही तैनात हो तो क्या कहा जाए?
जैसा सामने आए एक मामले में थाना जहांगीराबाद की दामोदरपुर निवासी दलित महिला मंजू के बताए अनुसार उसे गांव के ही चार-पांच लोगों ने घर में घुसकर बुरी तरह मारा पीटा और तो और उसके पति को अगवा कर अन्यत्र ले गए। वहां भी कमरे में बंदकर उसे पीट पीट कर मरणासन्न होने पर मृत जानकर ही छोड़ा।
लेकिन जानकारी को अगर सच माना जाए तो थाने पर सुनवाई ना होने पर मुकदमा कोर्ट में जान माल की सुरक्षा के गुहार लगानी पड़ी। तब जाकर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा तो पुलिस दर्ज कर लिया। लेकिन जैसे दबंगों को खुली छूट दे रखी हो कि चाहे जितना भी उपद्रव कर लें लेकिन कानून का डर पैदा नहीं होने देंगे।
जैसा पैर में गोली मार अपराधियों को सुधरने की नसीहत देने का प्रयास सुर्खियों में है भी। लेकिन जनपद में शायद दूसरी ही फिल्म पुलिस प्रशासन दिखलाता नजर आ रहा है। कहीं हैदरगढ़ में महिलाओं के साथ दारूबाज चिकित्सक की अभद्रता खूब वायरल हुई। लेकिन कार्रवाई दण्डात्मक से ज्यादा चिकित्सक के लिए सुरक्षात्मक रवैया ही दिखा। इसी तरह हैदरगढ़ में दलित महिला व उसके पति के साथ मारपीट में पति की पसली टूटने के बावजूद बीते महीने 15-16 अगस्त को महिला बच्ची व बुरी तरह चोटिल पति के साथ  जिला मुख्यालय एसपी कार्यालय पहुंच कर गुहार लगाई।
तो फतेहपुर की एक महिला अपनी बच्ची बच्चों के साथ जिला मुख्यालय पर गन्ना संस्थान में धरने पर कई दिनों से बैठी है कि उसकी आबादी की जमीन पर सामने सहन पर दबंग रिश्तेदार मुकामी पुलिस से मिलीभगत कर कब्जा कर रहे हैं। जिसमे महिला को चैकी इंचार्ज गन्ना संस्थान में धमकी देते भी नजर आया। सबसे दुःखद पहलू यह था कि मुकामी पुलिस ने महिला के बताए अनुसार उसके पति बच्चों तक को थाने में जबरन बंद कर सहन में कब्जा करवाया और उसका पति भी लापता होने का रोना महिला गन्ना संस्थान के प्रांगण में पत्रकारों के समक्ष कई बार रोया।
अब मुख्यमंत्री के आगमन पर सुव्यवस्था में लगा प्रशासन सुशासन के प्रति भी कभी गंभीर हो कम से कम महिला उत्पीड़न और जबरन अवैध कब्जों पर ही रोक लगाने में कम से कम प्रयास करता ही नजर आए तो बहुत से गरीबों का दर्द स्वतः दूर हो जाएगा। अब कबीर वाणी दुर्बल को ना सताइए जाकी मोटी हाय—-, प्रशासन क्यों नहीं आत्मसात कर रहा है एक योगी के राज में यह बहुतों की समझ में नहीं आ रहा है।

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Author: cnindia

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