हैदरगढ़, बाराबंकी- जिले में गन्ना किसानों द्वारा गन्ना की खेती में कम रूचि दिखाने के चलते किसानों को जागरूक करने की दिशा में हैदरगढ़ चीनी मिल नये आयाम स्थापित कर रही है और किसानों की दिलचस्पी बढ़ाने के लिये हर एक प्रयास कर रही है! इसी दिशा में एक बार फिर हैदरगढ़ विकास खण्ड क्षेत्र के क्षेत्र के थलवारा व सालपुर गांव में सोमवार को गन्ना किसान संस्थान लखनऊ द्वारा चीनी मिल हैदरगढ़ के सहयोग से शरदकालीन गन्ना बुवाई के सघन प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए गन्ना शोध संस्थान के पूर्व संयुक्त निदेशक डॉ वीरेश सिंह ने बताया कि शीघ्र प्रजाति में को शा 18231 और को लख 16202 तथा सामान्य में को लख 15206 खेती हेतु स्वीकृत हुई हैं, गन्ना संस्थान के विषय विशेषज्ञ अरुण कुमार ने किसानों से कहा कि गन्ना बुवाई पर खेत को ज्यादा समय दें और बीज को उपचारित करके ही बोएं। जिला गन्ना अधिकारी दुष्यंत कुमार ने कहा कि सुगम गन्ना आपूर्ति, गन्ना पौध रोपण एवम कृषि निवेशों के वितरण का अधिक से अधिक लाभ लें, नैनो उर्वरकों का प्रयोग धीरे धीरे बढ़ाएं।
हैदरगढ़ चीनी मिल के प्रबंधक गन्ना अनिल सिंह ने किसानों को चीनी मिल द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी और किसानों से को. 0118, 15023 तथा को लख 14201 गन्ना प्रजातियों की बुवाई करने तथा को 0238 की बुवाई न करने का अनुरोध किया। गोष्ठी में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।