दरियाबाद, बाराबंकी- विकास खंड के दनापुर क्यामपुर ग्राम पंचायत के लिए शनिवार को राशन की दुकान के चयन के लिए बैठक हुई। बैठक हंगामा को देखते हुए स्थगित कर दी गई। बैठक में समूह के सदस्यों ने गणेश देवा समूह की महिला सदस्य ममता पत्नी शिवराम पर फर्जी हाईस्कूल की मार्कशीट दिखाकर पात्रता दर्ज कराने का आरोप लगाया है। समूह के सदस्यों ने आरोप लगाया कि ममता अनपढ़ है और समूह के गठन के समय 2019 में स्वयं को निरक्षर दिखाया था। जबकि इस बार चुनाव में भाग लेने के लिए इन्होंने स्वयं को 2011 की फर्जी हाईस्कूल मार्कशीट दिखाकर पात्र बताया है। जिसकी शिकायत समूह के सदस्यों ने एडीओ पंचायत दरियाबाद से की है। बता दें कि दनापुर क्यामपुर में कोटेदार रहे सुशील कुमार वर्मा की दुकान को राशन वितरण में अनियमितता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद ग्राम सभा में कोटेदार का पद रिक्त पड़ा है। इसके चयन को लेकर विभाग के निर्देश पर पूर्व में चार खुली बैठकें कराई जा चुकी हैं, जो विभिन्न कारणों से निरस्त कर दी गई। इसी क्रम में शनिवार को बीडीओ संदीप कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर एडीओ पंचायत अनिल कुमार सिंह, एडीओ आइएसबी इंद्रदेव शुक्ला, ग्राम पंचायत अधिकारी राधे श्याम मिश्र और राजेश कुमार की टीम द्वारा शनिवार को ग्राम सभा के सचिवालय पर खुली बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में लगभग दो सौ से अधिक महिला एवं पुरूष शामिल हुए। खुली बैठक में समूह के नाम कोटे की दुकान का चयन होना था। इसमें ग्राम पंचायत के श्री गणेश स्वयं सहायता समूह, माता गंगा स्वयं सहायता समूह, लक्ष्मी देवी स्वयं सहायता समूह आदि के माध्यम चयन प्रक्रिया पूर्ण होनी थी। बैठक शुरू होते ही समूह की महिलाए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने लगी। महिला मनोज कुमारी और किरण ने आरोप लगाया कि खुली बैठक से पहले लंबित शिकायतों का निस्तारण जब तक नहीं होगा बैठक मान्य नहीं होगी।महिला सदस्य ममता पत्नी शिवराम पर फर्जी हाईस्कूल की मार्कशीट दिखाकर पात्रता दर्ज कराने का आरोप लगाया है। समूह के सदस्यों ने आरोप लगाया कि ममता अनपढ़ है और समूह के गठन के समय 2019 में स्वयं को निरक्षर दिखाया था। जबकि इस बार चुनाव में भाग लेने के लिए इन्होंने स्वयं को 2011 की फर्जी हाईस्कूल मार्कशीट दिखाकर पात्र बताया है। जिसकी शिकायत समूह के सदस्यों ने एडीओ पंचायत दरियाबाद से की है इसी बीच चयन प्रक्रिया प्रारंभ होने से पहले ही बैठक में जमा लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने ग्रामीणों को शांत करवाया। जिससे कारण अधिकारियों को खुली बैठक को पांचवीं बार निरस्त करना पड़ा। ग्रामीण राजितराम, किरन, बीना, सुशील आदि लोगों ने आरोप लगाया कि राशन के दुकान की चयन प्रक्रिया में एनआरएलएम विभाग द्वार समूहों के रजिस्टर 10 दिन पहले ही जमा कर लिए और बिना रजिस्टर के ही बैठक की और श्री गणेश समूह को चयनित किया एनआरएलएम विभाग द्वारा नियमों की अनदेखी की जा रही है। इस वजह से खुली बैठक बार बार स्थगित करनी पड़ रही है।