मसौली, बाराबंकी- पंचायत भवन बड़ागांव मे वात्सलय संस्था के तत्वाधान मे चल रहे स्वास्थ्य शिक्षा जीवन कौशल के दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन बाल विकास परियोजना की सुपरवाइजर निहारिका ने प्रशिक्षित किशोरियो को प्रमाण पत्र वितरित कर किया।
प्रशिक्षित किशोरियो को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए सुप्रवाइजर निहारिका ने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के सिद्धांतों को बनाये रखने के सर्वोत्तम तरीकों को समझना जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने और कई तरह की पुरानी बीमारियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में शिक्षा न केवल हमें शारीरिक गतिविधि के यांत्रिकी सिखाती है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, पोषण और समग्र कल्याण की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल भी सिखाती है उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद आप सभी लोगो की जिम्मेदारी बनती है गाँवो की किशोरियो एव युवतियों को उनके जीवन कौशल के प्रति जागरूक करे।
दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मे प्रशिक्षक डा0 नीलिमा गुप्ता व डा0 प्रीति सिंह ने किशोरियो को स्वास्थ्य शिक्षा का मकसद बताते हुए उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया उन्होंने कहा कि जीवन कौशल का मतलब है, रोजमर्रा की जिंदगी की चुनौतियों से निपटने के लिए सकारात्मक और अनुकूली व्यवहार करने के प्रेरित किया उन्होंने कहा कि किशोरियो को स्वास्थ्य शिक्षा और जीवन कौशल से जुड़ी जागरूकता के लिए, इन बातों पर ध्यान देना चाहिए तथा जीवन कौशल के जरिए लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी ज्ञान और कौशल सिखाना चाहिए तभी. स्वास्थ्य शिक्षा में पर्यावरणीय स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, सामाजिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य, बौद्धिक स्वास्थ्य, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य जैसी कई चीजों को शामिल किया जा सकता है।
इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नूर मोहम्मद, ब्लाक समन्वयक महेंद्र कश्यप, कमलेश कुमार, कम्युनिटी मोबलाइजर सीमा वर्मा, सोनिका रोजगार सेवक विनोद कुमार राव, पंचायत सहायक सैय्यदा बानो सहित तीन दर्जन किशोरियो ने प्रतिभाग किया।