रामसनेहीघाट, बाराबंकी- किसानों की आय दोगुनी करने के वादे के विपरीत सहकारी और प्राइवेट दुकानों से डीएपी खाद नदारद होने से रबी की बुवाई के लिए किसान इधर उधर चक्कर काट रहे है। जिसका संज्ञान लेकर राजमंत्री ने अधिकारियों को खाद किसानों को सुलभ करवाने के लिए निर्देशित किया है। जानकारी के मुताबिक ब्लॉक बनीकोडर क्षेत्र में सरकारी समितियों पर इन दिनों डीएपी खाद की कमी के चलते इलाके के किसान दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है।तहसील क्षेत्र में सहकारी समितियों और दर्जनों खुले प्राइवेट खाद भंडारों पर डीएपी खाद न होने से किसानों को रवि की बुवाई पर असर पड़ता दिख रहा है। धान की फसल काटने के बाद इस समय किसान खेतो की सिंचाई कर रहा है और गेहूं सरसों व आलू आदि की बुवाई के लिए खाद जरूरी है। जो इस समय किसानों को खाद की किल्लत झेलनी पड़ रही है।
किसानों ने इस समस्या पर पूरी तरह से कृषि विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। सहकारी समिति मोहम्मद पुर उपाध्याय, बनीकोडर, देवीगंज, मऊ आदि समितियों पर खाद नदारत है वजीउद्दीनपुर गांव निवासी अरविंद यादव, ओम प्रकाश अवस्थी, आशाराम, महुलारा के अजय तिवारी,कमलेश सहित अन्य गांवों से आये करीब दो दर्जन किसानों का कहना है कि विभाग के आलाधिकारी किसानों की समस्या सुनने को तैयार नहीं है सहकारी समितियों पर डीएपी पूर्ण मात्रा में नही मिल पा रही है। शायद यही वजह है कि अब किसानों को बाजार से महंगे दामों में अन्य खाद खरीदनी पड़ रही है। बाजारों में लाइसेंसी दुकानदार अपनी मनमानी पर उतारू होकर महंगे दामों में खाद की बिक्री व कालाबाजारी कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि साधन सहकारी समिति बनीकोडर, और मोहम्मदपुर उपाध्याय में सचिव की मनमानी से चहतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
किसानों ने क्षेत्रीय विधायक और राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा और जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए खाद की समस्या के साथ ही प्राइवेट खाद विक्रेताओं द्वारा दी जा रही निर्धारित मूल्य से अधिक दाम लिए जाने की कार्यवाही की मांग की है।