,रामसनेहीघाट, बाराबंकी- एक तरफ नदियों को स्वच्छ व सुंदर बनाने के साथ उनका अस्तित्व बचाने के लिए सरकार पूरे देश में अभियान चला रही है। साथ ही नदियो पर बनाये गए घाटों पर साफ सफाई नियमित कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। लेकिन जनपद में प्रकृति प्रेमियों की मानें तो प्रकृति संरक्षण मात्र कागजों में ही निपटाया जाता प्रतीत हो रहा है। जिसमें जनपद की कल्याणी नदी का कल्याण ही करने में जिला प्रशासन नाकामयाब नजर आ रहा है।
बताते चलें की रामसनेहीघाट में बुढ़वा बाबा के पास कल्याणी नदी व घाट गंदगी में अस्तित्व खोती दिखाई दे रही है। जिससे नदी के जर्जर होते घाटों में लोगो को नदी में स्नान करके भोलेबाबा का जलाभिषेक करने में समस्याएं तो उत्पन्न हो ही रहीं है, तो वहीं नदी का प्रवाह को बाधित होने से जल भी काफी प्रदूषित हो चुका है। रामसनेहीघाट तहसील इलाके में गोकुला, रामसनेहीघाट सहित अन्य स्थानों से गुजरी कल्याणी नदी इस समय गंदगी की चपेट में इतना ही नही नदियो के साथ साथ नदी पर बने घाट भी गंदगी से घिरे है जिससे नदी में स्नान करके मंदिर में पूजा पाठ करने वालो को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले में स्थानीय बाबूलाल, शिव शंकर, राजेश, जयशंकर, विमल, समीर, सहित तमाम लोगो ने नदी में पड़ी प्रतिमाओं को व्यवस्थित करने की जिलाधिकारी से मांग की है।
प्रयास जल जीवन सेवा समिति के जिलाध्यक्ष अंजनी साहू ने भी लोगों की मांग को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से नदी व घाट की साफ सफाई व मरम्मत करवाने की मांग की है।
इस संबंध में ग्राम प्रधान विंध्यदेवी प्रतिनिधि अमर चंद्र ने बताया कि नवरात्रि में रखी गयी दुर्गा प्रतिमाएँ नदी में बाहर दिखाई देने लगी है जल्द ही नदी में पड़ी प्रतिमाओं व्यवस्थित करा कर बुढ़वा बाबा घाट की सफाई कराई जाएगी।