सिद्धौर, बाराबंकी-विकास खंड सिद्धौर क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में सचिव व ग्राम प्रधान की मिली भगत से ग्राम पंचायत में केयरटेकर का कार्य नहीं किया जा रहा है। लगभग 4 वर्षों से सार्वजनिक शौचालय खुला पड़ा है। सार्वजनिक शौचालय खंडहर में तब्दील हो गया।
सिद्धौर ब्लॉक की ग्राम पंचायत सुसवाई, ममरखापुर, मिर्जापुर,सहित अन्य गावों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत लाखों रुपए की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। जिसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा सहा है देख रेख न होने के चलते सार्वजनिक शौचालय का भवन खंडहर में तब्दील होता नजर आ रहा है। इस सार्वजनिक शौचालय पर ,तैनात महिला केयरटेकर को प्रतिमाह का मानदेय देने की बात प्रकाश में आई है। जबकि इस सार्वजनिक शौचालय का अभी तक ताला भी नहीं खुला है।गांव के लोगों द्वारा नाम न छापने की शर्त पर बताया जब से इस शौचालय का निर्माण हुआ है।उसके बाद लगभग 4 वर्षों से खराब पड़ा हुआ है। तब से आज तक इसका ताला खुला पड़ा रहता है।इस संबंध उपजिलाधिकारीध् खंड विकास अधिकारी सिद्धौर पूजा गुप्ता का कहना है कि अभी तक मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।