22/12/2024 11:28 pm

www.cnindia.in

become an author

22/12/2024 11:28 pm

मनरेगा में प्रधानों, सचिवों व बीडीओ का मिलीभगत भ्रष्ट्राचारा आया सामने

बाराबंकी- मनरेगा भ्रष्ट्राचार का प्रयाय बन कर रह गया है। हालत यह है कि मजदूर भले ही एक भी ना लगे लेकिन हाािजरी व फोटो तक में  बड़े अधिकारियों की देखरेख में हो रहा है। जिसका खुलासा करने वाले पत्रकार प्रेम नारायन वर्मा के खिलाफ तो पुलिस ने भी एसपी को पूरी जानकारी देने के बावजूद हरिजन एक्ट में मुकदमा तक दर्ज कर मीडिया की स्वतंत्रता के साथ-साथ संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तक पर अंकुश लगाने का अपने अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए पाप किया है। जैसा सामने आए मामले में बिना काम कराए की मनरेगा योजना के लाखों रुपए डकार गए प्रधान व अधिकारी, ग्रामीणों ने डीएम से जांच की मांग की।
बताते चलें कि गांवों के विकास के साथ साथ ग्रामीण इलाके के लोगो को पलायन से रोकने के लिए उनके गांव में ही रोजगार मुहैया कराने के लिए शुरू की गई मनरेगा योजना ग्रामप्रधानों, ब्लॉक के कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए दुधारू गाय बनकर रह गयी है। ताजा मामला बाराबंकी के निंदूरा ब्लॉक से सामने आया है जहां के समरदा गांव निवासी एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी बाराबंकी को प्रार्थना पत्र देकर गांव में मनरेगा योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
निंदूरा विकास खंड क्षेत्र के समरदा गांव निवासी लालजी ने जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि ग्राम पंचायत के प्रधान, प्रधान प्रतिनिधि, पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक व ग्राम सेवक आदि लोगों ने आपसी साठगांठ कर मनरेगा योजना के नाम पर फर्जीवाडा करते हुए लाखो रुपए सरकारी धन का गबन किया है। फर्जी तरीके से कमला देवी पत्नी राजाराम के खेत का समतली करण दिखाकर हजारों रुपए हड़प लिया गया। मनरेगा योजना के तहत शिवकुमारी पत्नी सियाराम के खेत का समतली करण मजदूरों द्वारा न कराकर ट्रैक्टर लेबलर से करवा रहे हैं। राम लखन के खेत से राजाराम के खेत तक नाले की सफाई व खुदाई का काम भी फर्जी तरीके से दर्शाया गया है। तीनों कामों के नाम पर 1,94,813ध्- रुपए का घोटाला किया गया है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि इसके पूर्व भी उपरोक्त सभी लोग कई फर्जी कार्य दिखाकर पैसा निकाल कर हड़प चुके हैं। इस सम्बन्ध में भी गांव के लोगों द्वारा उनके विरूद्ध ब्लाक अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया गया था। लेकिन अभी तक उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उल्टे प्रधान द्वारा धमकी दी जा रही है। शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी बाराबंकी को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच करवाकर कारवाई करने की मांग की है।

cnindia
Author: cnindia

Leave a Comment

विज्ञापन

जरूर पढ़े

नवीनतम

Content Table