सुल्तानपुर- चांदा थानाक्षेत्र के मल्हीपुर गांव में सोमवार को मुकदमेे की पेशी पर जा रहे किसान की करंट लगने से मौत हो गई थी। मंगलवार को शव घर पहुंचा, लेकिन घरवाले चकमार्ग की पैमाइश पर अड़ गए। अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। बृहस्पतिवार को एसडीएम लंभुआ, तहसीलदार व सीओ किसान के गांव पहुंचे और चकबंदी के अधिकारियों को बुलाकर चकमार्ग की पैमाइश कराई। इसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। मल्हीपुर गांव निवासी दयाशंकर सोमवार सुबह अपने घर से चकबंदी न्यायालय सुल्तानपुर में चकमार्ग के मुकदमे के सिलसिले में जा रहे थे। खेत के नजदीक बिजली के खंभे में लगे अर्थिंग वायर की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी। मंगलवार को मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा। पहले घरवालों ने मृतक के भाई के परदेश से लौटने के बाद अंतिम संस्कार करने की बात कही। बुधवार को सभी लोग आ गए तो घरवालों ने शव के अंतिम संस्कार से इन्कार कर दिया। मृतक के भाई राम प्रकाश निषाद ने कहा कि चकमार्ग की पैमाइश की बात कही। बृहस्पतिवार सुबह एसडीएम लंभुआ मंजुल मयंक व तहसीलदार लंभुआ देवानंद तिवारी, सीओ लंभुआ अब्दुल सलाम खान भी गांव पहुंचे। सहायक चकबंदी अधिकारी मो़ इसरार खां, चकबंदी हल्का लेखपाल विभा मिश्रा व सहायक सुल्तान सिंह को बुलाकर चकमार्ग की पैमाइश कराई। इसके बाद गांव के निकट स्थित घाट पर मृतक का अंतिम संंस्कार किया गया। एसडीएम लंभुुआ ने बताया कि पैमाइश करवा दी गई है।