अमेठी:कलेक्ट्रेट परिसर में सुबह 11 बजे सभी अधिवक्ता एक स्थान पर एकत्र हुए और धरने पर बैठ गए। अधिवक्ता लगातार डीएम व एसडीएम समेत सभी अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार व घूसखोरी पर अंकुश लगाने के लिए अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल तीन नवंबर को डीएम से मिलने गया था। यह मुलाकात बार व बेंच का सामंजस्य बनाए रहने के उद्देश्य से थी। लेकिन डीएम ने प्रतिनिधि मंडल से मिलने से इंकार कर दिया।
इसके बाद जब कोर्ट में मुलाकात हुई तब भी भ्रष्टाचार व घूसखोरी पर अंकुश लगाने के लिए सकारात्मक कार्यवाही नहीं दिखी। डीएम के इस कृत्य से अधिवक्ता संघ क्षुब्ध व अपमानित महसूस कर रहा है। कहा कि अधिवक्ताओं ने आम जनता को भ्रष्टाचार व घूसखोरी से बचाने के लिए यह प्रदर्शन शुरू किया है।
अधिवक्ताओं ने डीएम के फैसले की निंदा करते हुए आगामी चार दिनों तक सुबह 11 से शाम चार बजे तक न्यायिक कार्य से विरत रहने की चेतावनी दी है। कहा कि इस दौरान कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई तो वे जिले की अन्य तहसीलों का समर्थन लेने के साथ ही मार्ग जाम करने व आमरण अनशन शुरू करने पर विवश होंगे।