अमेठी। समाज बादी की कुछ मुश्किल कम हो रही है। इसके कारण है। क्योकि कुछ नेताओ ने सपा का दामन छोड दिए। और सत्ता के रथ पर सवार हो गए। भाजपा के किचन कैबिनेट मे शामिल हो गए। आजकल भाजपा के रणनीतिकार मे शामिल हो गए। समाज बादी के 42 नेताओ की सूची ईडी ने तैयार की थी। जिन पर संकठ के बादल रहे। कुछ सत्ता की मलाई काटकर सपा का साथ छोड दिए। एक कहावत है कि “ना हर चलै ना चलै कुदारी,बैठे भोजन देय मुरारी “अब चरितार्थ हो रही है ।कई ठेकेदार,कई ब्रिक्स फील्ड,देशी बिदेशी मदिरा का उद्योग फल फूल रहा है। बहु मंजिल इमारते बनी गयी है। कई महिलाए भी ईडी के रडार पर है। सवाल है जो सपा छोड़कर भाजपा के अहलकार बन गए। उनको कही बदनाम करके फसाने का भाजपाई खेल तो नही खेल नही रहे है। भाजपा मे सपाई सत्तारूढ तो हुए। लेकिन राजनीति की दाव दीग दीग लग रही है। कुछ ऐसे चलता रहा। तो लोग आजिज आकर सत्ता का मोह त्यागने को मजबूर हो जायेगे। रही बात ईडी की तो दस्तावेज के खेल मे ईडी 96 फीसदी अब तक छटके खा चुकी है। सत्ता के मोह मे भाजपा कितना कुछ गुल खिला सकती है। यह तो भाजपा युवा मोर्चा के 22नेता ही बता सकते है। सत्ता मोह सब को धीरे धीरे बेनक़ाब कर देगी। समय,सत्ता,संग्राम का खेल खुलेआम चल रहा है। समय और ग्रह,नक्षत्र सब अनुकूल नही होते है। जैसा कि जिला बार ऐसोसिएशन को जिले मे झेलना पडा।