सुल्तानपुर-बात करे अगर मौजूदा करौंदीकला थानाध्यक्ष मो अकरम खान की तो,इन्होंने अब तक अपराधियो के हौसले पस्त करते हुए जहा शातिर अपराधियो को काल कोठरी में पाबन्द किया है,वही नए नवेले छोट भइयो यानी गुंडागर्दी की मंशा मन मे लिए सड़को पर निकले नए अपराध को जन्म देने वालो के मन मे भी खाकी वर्दी का खौफ पैदा करने का काम किया है अब तक दर्जनों की संख्या में अपराधियो को जेल भेज चुके थानाध्यक्ष ने अपराधियो के साथ साथ बिछड़े परिवारीजनो को भी मिलवाने का काम किया है आज के समाज मे जहा कुछ कुरुर वर्दीधारीयो की वजह से खाकी बदनाम हुई है तो वही अकरम खान जैसे वर्दीधारी की वजह से आम जनमानस का खाकी पर विश्वास अटल भी हुआ है इनके पुलिसिया सिस्टम में जहां अपराधी जेल पहुँचे है तो वही पीड़ित थाने से शत प्रतिशत न्याय पाकर अपने घर को भी लौटे है।पूर्व के दिनों थानाध्यक्ष की अपराधियो के प्रति कड़क मिजाजी से आप सब रूबरू हुए थे।आज उनके मानवता की मिसाल भी देखिये,सालो से अपने परिवार से बिछड़ी युवती को बरामद कर उसके परिवारीजनो से मिलवाने का काम थानाध्यक्ष ने किया है।थाने में सालो पहले गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाये परिजन जहा उम्मीद की किरण खो बैठे थे उसी उम्मीद की रोशनी में झलक भरते हुए थानाध्यक्ष ने लगभग 2 सालो से गायब युवती को बरामद करते हुए परिजनों मिलवा दिया है।बताते चले कि पूर्व में भी इसी करौंदीकला थाना क्षेत्र से गायब लोगो को थानाध्यक्ष ने बरामद करते हुए उनके परिवारीजनों से मिलवाने का काम किया है।आज इस बरामद युवती के लापता होने की सूचना पर करौंदीकला थाने में बीते वर्ष 6 मई 2021 को मुकदमा दर्ज हुआ था।लेकिन तब से साल बदला थाने के थानाध्यक्ष बदले और नही बदला तो वो था लापता युवती के परिजनों का विश्वास,उन्हें उम्मीद थी कभी न कभी वो अपनी बिछड़ी बेटी से मिल पाएंगे।आखिरकार आज उनके विशवास के ताबूत में कील ठोकते हुए थानाध्यक्ष ने उन्हें एक दूसरे से मिलवा दिया।