नगरीय निकाय चुनाव को अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पूर्वाभ्यास मान रही भाजपा नगरों में झंडा गाड़ने के लिए माइक्रो प्लानिंग में जुट गई है। अतीत में नगर निगमों में अपनी मजबूती का अहसास करा चुकी भाजपा निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में भी अपना दबदबा कायम करने में जुटी है।निकाय चुनाव में सफलता के लिए पार्टी हर वर्ग और तबके को साधने में लगी है। छह अप्रैल को भाजपा अपना स्थापना दिवस जोरशोर से मनाने जा रही है। स्थापना दिवस पर पार्टी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 100 बूथों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी। इन कार्यक्रमों में यूं तो विभिन्न वर्ग की भागीदारी पर जोर होगा, लेकिन पार्टी प्रबुद्ध वर्ग पर खासतौर पर फोकस करेगी क्योंकि चुनावी सरगर्मी के बीच यही वर्ग सबसे मुखर होता है। स्थापना दिवस कार्यक्रम में प्रबुद्ध वर्ग को पार्टी की विचारधारा और मोदी-योगी सरकारों की उपलब्धियों से अवगत कराया जाएगा।प्रदेश में बड़ी संख्या में नए नगरीय निकाय गठित हुए हैं। कई निकायों का सीमा विस्तार भी हुआ है। नवगठित और विस्तारित निकायों में शामिल हुए नए इलाके अभी तक ग्रामीण क्षेत्र थे। अपने काडर के दम पर भाजपा इन इलाकों पर खास तौर पर पैठ बनाने में जुटी है।