बाराबंकी। भारतीय बौद्ध महासभा द्वारा तथागत बुद्ध विहार मोहल्ला श्रावस्तीनगर लखपेड़ाबाग में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुद्ध जयंती बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम बुद्ध वन्दना, त्रिशरण, पंचशील किया गया उपस्थित उपासक एवं उपासिकाओं ने तथागत बुद्ध को पुष्प अर्पित किया। सरबत, खीर वितरण किया गया।
भारतीय बौद्ध महासभा में जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल भारती ने कहा कि तथागत बुद्ध के विचार वैज्ञानिक तर्क पर आधारित है। उन्होंने कहा कि तथागत बुद्ध ने इस संसार में दुःख का कारण बताया है और उसका निवारण क्या है सत्य एवं ज्ञान की खोज के लिए अपना राजपाट छोड़कर निकल पड़े और कठिन तपस्या साधना के उपरान्त तथागत बुद्ध को वैशाखी पूर्णिमा को ही उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ। वैशाखी पूर्णिमा को ही परिनिर्वाण प्राप्त हुआ एवं वैशाखी पूर्णिमा को ही उनका जन्म हुआ था इसलिए इस पर्व को त्रिविधिक पावन पर्व के रूप में मनाया जाता है। पूर्व सांसद एपी गौतम ने कहा कि तथागत बुद्ध के पंचशील त्रिशरण को यदि पूरी तरह से आत्मार्जित कर लिया जाये तो अपने आप समाज में मैत्री, करूणा, दया, प्रेम बढ़ जायेगा जो वैमनष्यता, असमानता जाति जलन की भावना फैल रही है। उसे समाप्त किया जा सकता है। इसलिए तथागत बुद्ध के मार्ग को अपना कर मजबूत, जाति विहीन, मानवातावादी, जनकल्याणकारी वाला भारत बनाया जा सकता है। इस मौके पर प्रमुख रूप से सुन्दरलाल भारती, मनीष कनौजिया, ए0पी0 गौतम, आर0पी0 गौतम, अनूप कल्याणी, हरिनन्दन सिंह, बांकेलाल, सन्तलाल, विनोद कुमार, सोनू यादव, सुरेन्द्र सिंह, मुनेश्वर प्रसाद, जी0डी0 गौतम, अल्का गौतम, रामपाल, बालजती, सुनीता देवी, मंजू लता, रमेश भारती, नन्द किशोर यादव आदि साथी मौजूद रहे।