उम्मीद से कम भीड़ वाली योगी की सभा में जमकर उड़ी मानकों की धज्जियां, दिए गए भड़काउ बयान’आपराधिक इतिहास वाले बाहुबली पति के भड़काऊ बयानों से तनाव बढ़ने की संभावना प्रबल’‘‘मदरसों व नमाज’’ जैसे धार्मिक संवेदनशील मामलों को लेकर की गई तीखी टिप्पणी’बाराबंकी। सोमवार पूर्वाहन 11 बजे सूबे के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कि जनपद में शहर के जिला राजकीय इंटर कॉलेज प्रांगण में आयोजित चुनावी सभा को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। भारी सुरक्षा के बीच आधे घंटे देर से पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने जहां फ्री सिलेंडर दिए जाने, कोरोना काल में जनता को सुहीलियत देने, अयोध्या व लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय हवाई जहाज अड्डा बनाने की जहां बात की। वही नगर पालिका परिषद नवाबगंज बाराबंकी में व्याप्त तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की। करते भी कैसे हाल की बनी तमाम सड़कें जहां जर्जर हालत में है। वही 5 साल की अवधि बीतने के बावजूद तमाम नए बसें मोहल्लों में पानी निकासी व पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था भाजपा शासनकाल में भाजपा का चेयरमैन रहते संभव नहीं हो पाया।सोमवार को योगी की चुनावी सभा में अराजकता की दुहाई दे रहे सीएम योगी के समक्ष ही भाजपा के चेयरमैन प्रत्याशी के अपराधिक इतिहास वाले बाहुबली पति ने धार्मिक संवेदनशील मुद्दों पर टिप्पणी करके मानकों की जमकर धज्जियां उड़ा दी। जिससे जहां-जहां जनपद में धार्मिक माहौल गरमाने की संभावनाएं प्रबल हुई। वही धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणी ना किए जाने संबंधी चुनावी नियम की भी धज्जियां उड़ी।बताते चलें जीआईसी ग्राउंड में योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभा फ्लॉप शो साबित हुई।जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं व चाटूकारों को छोड़ आम जनता ने 1 तरीके से बहिष्कार कर मौजूदा चुनाव में अपनी मंशा साफ का दी है।जो की योगी को सुनने के लिए जुटी जनता की उम्मीद से कम भीड़ में साफ साफ दिखाई दिया।सभा दौरान कुर्मी बिरादरी पर चेयरमैन प्रत्याशी के बाहुबली पति की अशोभनीय टिप्पणी ने भाजपा की जाति धर्म विरोधी नीति की पोल खोल कर रख दी।जिसमें जहां लाला रंजीत ने कुर्मी बिरादरी का माखौल उड़ाया। वही मदरसों व नमाज जैसे संवेदनशील धार्मिक मुद्दों पर असंवेदनशील भड़काऊ टिप्पणी कर मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास किया। जिसमें उन्होंने कुर्मी बिरादरी पर कटाक्ष करते हुए कहा की कुर्मी एकजुट होकर भाजपा विरोधी हो गए है। जिसको लेकर कुर्मी बिरादरी में आक्रोश व्याप्त है।
(संजय वर्मा ’’पंकज’’)