बाराबंकी। देश को वर्ष 2025 तक क्षय मुक्त बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में जनपद में 15 मई से शुरू हुए विेशेष टीबी रोगी खोजी अभियान के तहत टीमें जगह-जगह जाकर क्षय रोगी खोजने की तलाश कर रही है। भारत से क्षय रोग को 2025 तक पूर्ण रुप से खत्म करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे इस अभियान के तहत जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडबल्यूसी) के जरिये 311 से ज्यादा क्षय रोगियों को चिन्हित कर जांच के लिए भेजा गया। जिसमें करीब 20 व्यक्ति टीबी रोग से पीड़ित मिले। इस दौरान पॉजटिव सभी मरीजो का निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण कर इलाज शुरू किया गया।
जिला क्षय रोग अधिकारी एवं नोडल डा. विनोद कुमार दोहरे ने बताया कि जिले की सम्पूर्ण जनसंख्या के मध्य टीबी रोगी खोजने के लिए घर-घर अभियान जारी है। इसके तहत अब तक करीब 311 क्षय रोगियों को चिन्हित कर जांच एवं उपचार के लिए भेजा गया। जिसमें करीब 20 टीबी के पॉजटिव केस मिले। उनका इलाज शुरू किया गया। उनका कहना है कि ऐसे क्षेत्र जहां विगत दो वर्षों में अधिक क्षय रोगी या कोविड रोगी चिन्हित हुए हों और हेल्थ वेलनेस सेंटर से दूर हैं वहां अभियान पर अधिक जोर दिया जा रहा है। डीटीओ ने जिले के सभी टीबी लक्षण वाले लोगों से जुड़कर अभियान को सफल बनाने की अपील की। यह अभियान का आगामी 5 जून तक जारी रहेगा।डीटीओ ने बताया कि एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की टीम जिले में सभी 365 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से क्षय रोगियों की खोज कर रही है। साथ ही वह घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करना, टीबी के संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित करके उनका बलगम एकत्रित करने का काम कर रही है। इसके बाद सीएचओ समस्त सैम्पल को नजदीकी जांच केंद्र पर भेजेंगे। जांच पॉजिटिव आने पर तत्काल नोटिफिकेशन कर तुरंत मरीज का उपचार शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें निक्षय पोषण योजना के तहत छह माह या उपचार चलने तक हर माह 500 रुपये डीबीटी के माध्यम से मरीज के बैंक में सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
यह लक्षण दिखे तो जरूर करा लें जांच
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि अगर छह प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो कतई नजरंदाज न करें। इनमें दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना। खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना। वजन का घटना। बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार होना। रात में बेवजह पसीना आना। भूख कम लगने जैसी समस्या है तो अवश्य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्त समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।
Author: cnindia
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