जनहित की जगह गंदी स्वहित तक नीहित राजनीति व स्वंभू नौकरशाही में लोकतंत्र में लोकहित दरकिनार
बाराबंकी। लेकिन सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष की जनविरोधी हो चुकी राजनीति में राजनीति केवल कथानकों यानी डीएम एसपी ने कहा से लेकर राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों व मंत्रियों तक ने ये कहा वो कहा के दावों तक ही सीमित होकर रह गई है। तमाम परेशानियों को बड़े बड़े पदाधिकारी नेता व अधिकारी शिकायती पत्र से … Read more