शनि देव की प्रतिमा मंदिर में स्थापित करने से पूर्व होता है इस परंपरा का पालन, हानि न हो!
ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा के स्वामी शनि देव हैं इसलिए यहां भगवान शनि देव की मूर्ति पश्चिममुखी स्थापित की गई है। धार्मिक मान्यता है कि शनि देव के दर्शन सामने से नहीं करने चाहिए। अतः यहां भी दर्शनों के लिए दर्शनार्थी दक्षिण दिशा से क्लाक वाईज चलते हुए पश्चिम दिशा में आकर … Read more