लगातार चुनावों में हार का मुंह देख रही बहुजन समाज पार्टी ने आखिरकार चार दशक पुराने कांशीराम मॉडल को अपनाकर लोकसभा के चुनाव में जाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके चलते बहुजन समाज पार्टी के रणनीतिकारों ने मायावती को ग्राउंड पर उतारने के लिए ‘मिशन ग्राउंड’ बनाना शुरू कर दिया। योजना के मुताबिक मायावती अगस्त के बाद शुरू होने वाले बसपा के कैडर कैंप में अपने जमीनी कार्यकर्ताओं से न सिर्फ मुखातिब होंगी, बल्कि उनको आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए नए दिशा निर्देश भी देंगी। लंबे समय से बसपा में मांग उठती रही है कि मायावती अगर जमीन पर उतर कर कार्यकर्ताओं से सीधे मुखातिब हों, तो संभव है पार्टी का वोट बैंक भी बढ़े और पार्टी की राजनीतिक हिस्सेदारी भी। बहुजन समाज पार्टी से जुड़े नेताओं के मुताबिक अगले कुछ महीनों में उनकी पार्टी बूथ स्तर पर अपनी कमेटियों का गठन कर संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करेगी। इन कमेटियों के गठन के बाद पार्टी कैडर कैंप की शुरुआत करेगी। इस कैडर कैंप में बहुजन समाज पार्टी में बहुत ही सधी हुई रणनीति के तहत बूथ स्तर तक के अपने पार्टी पदाधिकारियों को शामिल करने की योजना बनाई है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इन कैडर कैंप में मायावती की शिरकत कराए जाने की पूरी तैयारी चल रही है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि अगस्त में शुरू होने वाले इन कैडर कैंप में मायावती कई जिलों के कैंप में शामिल होंगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीते कई चुनावों के दौरान यह पहला मौका होगा, जब मायावती ऐसे आयोजनों में अपने बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से मिलकर चुनाव में उनको राजनीतिक दांव पेंच के बारे में जानकारी देंगी।
![cnindia](https://cnindia.in/wp-content/uploads/2023/04/l-1.png?d=https://cnindia.in/wp-content/plugins/userswp/assets/images/no_profile.png)